सृष्टिमीडिया अतरौलिया (आजमगढ़)। स्थानीय थाना क्षेत्र के जमीन गोरथानी गांव निवासी धर्मेंद्र की पत्नी लीला 28 वर्ष ने पारिवारिक कलह के कारण जहर का खा लिया था। उसकी हालत बिगड़ती देख परिजनों ने तत्काल उसे नजदीकी 100 शैय्या अस्पताल पहुंचाया। जहां उसका इलाज चल रहा था। चिकित्सक डा.अली हसन के प्रयास से उसकी जान बचायी गयी।
डॉ.अली हसन ने बताया कि महिला ने जहर खा लिया था जिससे उसकी हालत काफी चिंताजनक बनी हुई थी। पीड़ित महिला के लंबे इलाज के दौरान सोमवार को उसे स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। पीड़िता के पति धर्मेंद्र पुत्र बहादुर ने इलाज कर रहे डॉ.अली हसन को धन्यवाद दिया। चिकित्सक ने बताया कि पीड़िता का इलाज काफी जटिल था। पीड़िता का इलाज 28 जुलाई से चल रहा था और उसकी हालत में निरंतर सुधार होता गया। आज पूरी तरह से स्वस्थ हो गई और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। पीड़िता की आंखों में आंसू थे जो किसी दर्द को बयां कर रहे थे और पीड़िता ने डॉ.अली हसन को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उसकी जान बचाई।
रिपोर्ट-आशीष निषाद