आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शादी के चक्कर में विज्ञापन में दिए गए नंबर पर बात और अज्ञात नंबर से आए वीडियो काल को रिसीव करना दो लोगों पर भारी पड़ गया। शादी के चक्कर में 58 साल के वृद्ध ने 1.73 लाख तो वीडियो काल रिसीव करने वाले ने 46 हजार गंवा दिया। दोनों ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई तो दोनों के 2.19 लाख रुपये पुलिस टीम ने वापस कराने में सफलता हासिल की।
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना द्वारा साइबर क्राइम अपराधियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के क्रम में नोडल अधिकारी साइबर क्राइम/एएसपी यातायात विवेक त्रिपाठी के मार्गदर्शन में साइबर सेल ने दोनों शिकायतों का निस्तारण किया।
थाना क्षेत्र गंभीरपुर निवासी 58 वर्षीय बुजुर्ग ने एक समाचार पत्र में शादी का विज्ञापन देखा और उसमें दिए गए मोबाइल नम्बर पर वार्ता करनें लगे, जिसमें साइबर फ्राडों नें आवेदक से लड़की की आवाज में वार्ता कर अपनें जाल में फंसाकर अपनें खातें में पैसा ट्रांसफर करा लिया।
घटना के पश्चात आवेदक ने साइबर सेल में अपनी रिपोर्ट की, जिसकी सूचना पर तत्काल साइबर सेल द्वारा जांच की गई, तो पता चला कि आवेदक के पैसे इण्डियन बैंक में गए थे, जिसको तत्काल ब्लाक कराते हुए आवेदक का पूरा पैसा वापस कराया दिया गया।
हनी ट्रैप फ्राड के मामले में शहर कोतवाली क्षेत्र के पीड़ित की मोबाइल पर अज्ञात व्हाट्सऐप नंबर से वीडियों काल आया, जिस पर उधर से एक महिला का अश्लील वीडियो चल रहा था, जिसमें आवेदक को फंसाकर स्क्रीन रिकार्डिग कर लिया गया तथा स्क्रीन रिकार्डिग का वीडियों भेजकर वायरल करनें की धमकी देकर आवेदक को ब्लैकमेल कर पैसों की मांग किया जाने लगा। आवेदक लोक लाज के डर से पैसे ट्रांसफर कर दिए। उसके बाद जब बार-बार पैसों की मांग की जाने लगी, तो पीड़ित ने साइबर सेल को सूचना दी। इसकी जानकारी होते ही साइबर सेल द्वारा जांच कर उक्त फ्राड का व्हाट्सऐप बंद कराते हुए ट्रांसफर किए गए रुपये की जांच की गई, तो पता चला कि एचडीएफसी बैंक के दो खाते में गया था। उसे तत्काल ब्लाक कराते हुए आवेदक का पैसा वापस कराया गया। पीड़ितों का पैसा वापस कराने वाली टीम में मुख्य आरक्षी ओमप्रकाश जायसवाल, मुकेश भारती, आरक्षी राहुल सिंह व सतेन्द्र यादव शामिल रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल