सरायमीर आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कमरुन निसां पब्लिक स्कूल कंवरागहनी में हुए कार्यक्रम मे छात्र छत्राओं को मेडल व रेजल्ट मुख्य अतिथि मोहम्मद आसिम के हाथों दिया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए आसिम ने शिक्षकों की जिम्मेदारियों पर प्रकाश डालते हुऐ कहा कि शिक्षको को बच्चों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का बोध होना चाहिए तभी इनके जीवन मे निखार आ सकता है। अध्यापक की तुलना मिट्टी का बर्तन बनाने वाले कुम्हार से की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डाक्टर सादात सुहेल ने कहा कि शिक्षा व उनकी देखरेख कर उनके भविष्य को निखारा जा सकता है यह देश धरोहर है। यह बच्चे छोटे पौधे की तरह है इसमे माता पिता शिक्षकगण और परिवेश से इन्हे बड़े फलदार बृक्ष के रुप में संवारा जा सकता है। डाक्टर सैफुल्लाह असगर इस्लाही ने कहा कि शिक्षा के सहारे.ही सभ्य समाज की स्थापना की जा सकती है। शिक्षा इंसान की रीढ़ की हड्डी के भांति है। रीढ़ की हड्डी के बिना इंसान अपाहिज हो जाता है ठीक उसी प्रकार बिना शिक्षा के जीवन का है। स्कूल के संस्थापक डाक्टर फीरोज़ तलअत ने आये हुऐ मेहामानो के प्रति आभार ब्यक्त किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ स्कूल के छात्र मोहम्मद सिद्दीक की तेलावते कुरआन पाक से की गयी। इस कार्यक्रम मे शाह आलम शेरवानी, अबुलबशर आज़मी, मो. यासिर, डा.शाहआलम, सहित शिक्षकगण, बच्चो के माता पिता गांव सहित पास पडोस के लोगो ने भाग लिया। मेडल पाकर छात्र छत्राएं काफी प्रसन्न दिखे।
रिपोर्ट-अबुबशर आजमी