अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। चन्द्रयान 3 की सफल लैंडिंग बच्चों को दिखाने के लिए बीएसए के आदेश के बाद भी कई विद्यालय नहीं खुले लेकिन अधिकतर विद्यालयों में चंद्रयान 3 की लैंडिंग का प्रसारण दिखाया गया।
बुधवार को अंतरिक्ष की दुनिया में भारत सबसे बड़ा इतिहास रचने वाला था। इसरो का चंद्रयान-3 चांद पर उतरने का इंतजार कर रहा है। जिसे लेकर जिले के सभी 2702 स्कूलों में बुधवार की शाम को चंद्रमा कक्ष में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण बच्चों को दिखाने का आदेश दिया गया। चांद पर फतह के स्कूली बच्चे गवाह बनेंगे। इतिहास में पहली बार शाम को जिले के विद्यालय बुधवार को खुलें रहे।
इस संबंध में बेसिक शिक्षा विभाग व महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक ने सभी स्कूलों में चंद्रयान के लैंडिंग का लाइव प्रसारण कर बच्चों को दिखाने का निर्देश दिया था। शिक्षा विभाग की ओर से जारी किये गए उक्त आदेश के तहत बेसिक व माध्यमिक शिक्षा के सभी स्कूलों में प्रधानाचार्य को ये जिम्मेदारी दी गई थी। स्कूलों के प्रधानाध्यापक व प्रधानाचार्य ने सभी बच्चों के साथ ही उनके अभिभावकों को शाम पांच बजे स्कूल में बुलाने के लिए सूचना दे। इसी के साथ ही परिषदीय व माध्यमिक सभी विद्यालयों में लाइव प्रसारण के लिए तैयारियां लगभग पूरी कर ली गयी। वहीं क्षेत्र के अधिकतर विद्यालय निर्देश के बावजूद भी बंद पाए गए जिसके क्रम में प्राथमिक विद्यालय भरसानी, प्राथमिक विद्यालय लोहरा समेत अधिकतर विद्यालय बंद पाए गए। इस संदर्भ में पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक ने बताया कि हमें दो तरह के आदेश प्राप्त हुए हैं जिसके तहत चंद्रयान 3 की लैंडिंग के अगले दिन बच्चों को यूट्यूब के माध्यम से प्रसारण दिखाया जाएगा। अब समझने वाली बात यह है कि बच्चे यूट्यूब के माध्यम से कभी भी चंद्रयान 3 लैंडिंग की तस्वीर देख सकते तो विद्यालय प्रशासन क्यों अगले दिन प्रसारण दिखाएगा। जबकि शासन के अनुसार बुधवार सायं को चंद्रयान-3 की लैंडिंग बच्चों को दिखाना है। इस संदर्भ में खंड शिक्षा अधिकारी से फोन पर जानकारी लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया, जबकि अधिकतर विद्यालयों में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण दिखाया गया वहीं अधिकतर विद्यालय में ताला लटका रहा।
रिपोर्ट-आशीष निषाद