आज़मगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मण्डलायुक्त विवेक ने मंगलवार को अपने कार्यालय सभागार में राजस्व वसूली एवं अन्य राजस्व कार्यों की मण्डलीय समीक्षा बैठक में मण्डल के जनपदों में कतिपय कार्यक्रमों में सन्तोषजनक प्रगति नहीं होने के कारण सम्बन्धित अधिकारियों को तत्काल इस ओर विशेष ध्यान देकर अपेक्षित प्रगति लाने हेतु निर्देशित किया।
मण्डलायुक्त विवेक ने समीक्षा में मुख्य रूप से राजस्व से सम्बन्धित उन कार्यक्रमों को चिन्हित किया, जो मुख्यमन्त्री डैशबोर्ड पर बी, सी, डी या ई ग्रेड में हैं। समीक्षा के दौरान पाया गया कि मुख्यमन्त्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना के अन्तर्गत जनपद बलिया में एक आवेदन का निस्तारण विलम्ब से किये जाने, जनपद मऊ में मण्डी आय एवं मण्डी आवक में लगातार लक्ष्य से कम उपलब्धि हासिल की गयी है, जिससे जनपद की रैंकिंग काफी कम है। उन्होंने इस स्थिति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए बलिया एवं मऊ के प्रभारी सचिव, मण्डी परिषद को चेतावनी निर्गत करने हेतु निर्देशित किया। प्रधानमन्त्री आवास योजना-शहरी में अवगत कराया गया कि जनपद बलिया में अपात्रों के नाम सूची में सम्मिलित हो गये हैं, जिससे प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष नहीं है। इस स्थिति पर मण्डलायुक्त ने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए मुख्य राजस्व अधिकारी बलिया को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग की समीक्षा में विदित हुआ कि एमचेक के माध्यम से वाहनों की जॉंच में निर्गत नोटिस के सापेक्ष धनराशि कम जमा कराई गयी है। इसी प्रकार जनपद बलिया में गेटचेक के माध्यम से भी निर्गत नोटिस के सापेक्ष धनराशि कम वसूल की गयी है। उन्होंने इस सम्बन्ध में आजमगढ़ एवं बलिया के खनन अधिकारी को चेतावनी निर्गत करने हेतु निर्देशित किया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन, अपर जिलाधिकारी-एफआर आजमगढ़ आजाद भगत सिंह, एडीएम बलिया डीपी सिंह, एडीएम मऊ सत्यप्रिय सिंह, मुख्य अभियन्ता विद्युत नरेश कुमार, सहायक आयुक्त औषधि गोविन्द लाल गुप्ता, सहायक आयुक्त खाद्य श्रवण कुमार मिश्र, उपायुक्त स्टाम्प अविनाश पाण्डेय सहित अन्य विभागों के मण्डलीय एवं जनपदीय अधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार