धूम-धाम से मनाया गया माखनचोर का जन्मोत्सव

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पूरे जनपद में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया गया। इस मौके पर कहीं झांकी सजायी गयी तो कही सांस्कृतिक कार्यक्रमों तो कही हरिकीर्तन का आयोजन कर माखनचोर का जन्मोत्सव उत्साह पूर्वक मनाया गया।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर शहर के कई मंदिरों में भगवान कृष्ण की झांकी सजायी गयी थी। पुलिस लाइन परिसर में भब्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया इसी के साथ ही 20वीं वाहिनी पीएसी परिसर में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर कई तरह के आयोजन किये गये। जनपद के हर थानों पर जन्माष्टमी पर्व पर विशेष आयोजन किये गये। कृष्ण का जन्म होते ही सभी जगहों पर महिलाओं द्वारा सोहर गीत प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात उपस्थित लोगों में प्रसाद का वितरण किया गया।
मार्टिनगंज प्रतिनिधि के अनुसार पूरे क्षेत्र में बड़े ही धूमधाम के साथ जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया। इस दौरान मंदिरों को सजसया गया था तथा गांवों में झांकी सजाकर हरकीर्तन का आयोजन किया गया। भगवान कृष्ण का जन्म होते ही महिलाएं मंगल गीत गाने लगी।
लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार मां काली मंदिर तिलखरा तथा महादेव मंदिर तिलखरा पर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई। मंदिर को तोरण द्वार, पुष्प मालाओं, झण्डे तथा पताकाओं से सुंदर ढंग से सजाया गया। भगवान श्री कृष्ण की सुंदर झांकी बनाई गई तथा उसमें लड्डू गोपाल का श्रृंगार किया गया। ओम प्रकाश सिंह पूर्व प्रधानाचार्य तथा प्रधान धनंजय सिंह ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण युगपुरुष हैं। भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का जो संदेश दिया है, वह विश्व की सर्वश्रेष्ठ धरोहर है। इस अवसर पर दिनेश राम, आदर्श सिंह, हरिओम, अरुण कुमार सिंह, सोनू कश्यप, प्रिंस सिंह, परमात्मा सिंह, ओंकार सिंह, मुन्ना सिंह, विकास, सन्तोष, शिव, राजबीर, नरेंद्र उर्फ भग्गू सिंह, बब्बू, अनिल, पतई, अजीत, त्रिभुवन, राम सिंह आदि उपस्थित थे। इसी क्रम में ग्राम पंचायत चाकीडीह में प्रसिद्ध कथा वाचक श्याम सुंदर पांडे द्वारा शिशुओं को सजा कर श्रीकृष्ण की बाल लीला कराई गई। जो बहुत ही सुंदर और आकर्षक रही। राधा कृष्ण के रूप में सजे हुए अति लघु बालकों ने अपनी मनोहरी अदाओं से लोगों का मन मोह लिया।
रानी की सराय प्रतिनिधि के अनुसार श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर्व क्षेत्र में धूमधाम से मना। देर रात जन्म होते ही पटाखों के गूंज के बीच हाथी घोडा पालकी जय कन्हैया लाल की, नन्द के आनंद भयो गूंज उठा। कार्यक्रम स्थलो पर मंगलगीत गाये गये। कस्बे में 70 स्थानो पर झांकी सजी रही। झाकी स्थलो पर राधाकृष्ण की प्रतिमा के साथ ही माखनचोरी, नागथैया, मथुरा कारागार आदि की आकर्षक प्रस्तुति रही। इस बार राधाकृष्ण की प्रतिमाएं भी कलाकारों द्वारा बनाई गयी थी जिसकी खूब मांग रही। शाम होते ही झांकी दर्शन के लिए बाजार में चक्रमण तेज रहा।
फूलपुर प्रतिनिधि के अनुसार फूलपुर और ग्रामीण इलाकों में कान्हा का प्राकट्य उत्सव धूमधाम से मनाया गया। रात 12 बजते ही श्रीकृष्ण जन्म के साथ बधाई गीत नंद के घर आनंद भयो, जै कन्हैया लाल की, जय श्रीकृष्णा के जयकारे गूंजने लगे। मंदिरों और घरों में घंटे-घड़ियाल के बीच रातभर भजन-कीर्तन का दौर चला। प्राकट्य उत्सव पर जगह-जगह झांकियां भी सजाई गईं। दो दिन जन्मोत्सव होने के चलते कस्बा से लेकर गांव तक भक्तिमय माहौल बना रहा।

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