सकलडीहा, चंदौली (सृष्टि मीडिया)। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पर शुक्रवार को डायट प्राचार्य डॉ० माया सिंह की अध्यक्षता में कला संस्कृति एवं नवाचार महोत्सव का आयोजन किया गया। बतौर मुख्य अतिथि अवधेश सिंह ब्लाक प्रमुख एवं क्षेत्राधिकारी सकलडीहा रघुराज की मौजूदगी में दो दिवसीय कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस महोत्सव में विभिन्न परिषदीय विद्यालयों, विकासखंडों से आये शिक्षक शिक्षकाओं, निजी डीएलएड महाविद्यालय एवं कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के शिक्षकों द्वारा सक्रिय रूप से प्रतिभाग किया गया। इस मौके पर अलग-अलग स्टॉल पर कला आधारित प्रदर्शन किया गया। जिसका मूल्यांकन डायट स्तर पर गठित एक बाह्य कमेटी द्वारा किया गया। प्रतिभागियों को डायट प्राचार्य द्वारा पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र वितरित किया गया।
डायट प्राचार्य ने कहा कि कला भारतीय संस्कृति में एक मूल्यवान विरासत है। चित्रकला उन प्रमुख माध्यमों में से एक है। जिनको कलात्मक उत्कृष्ट व्यक्त करने के लिए उपयोग किया जाता है। शैक्षिक दृष्टि से विविध रंग संयोजन युक्त चित्र बच्चों को रुचिकर एवं ग्राह्य होते हैं । शासन द्वारा परिषदीय विद्यालयों की पुस्तकों में रंग बिरंगे चित्रों से पुस्तकों को सजाया जा रहा है। डायट में विभिन्न विकासखंड के शिक्षकों प्रशिक्षुओं एवं जनपद के बच्चों की कलाकृतियां प्रदर्शित की गई । इस प्रदर्शनी में मुख्तया लोक कला, प्राकृतिक दृश्य संयोजन दृश्य तथा कोलाज, न्यूरल पेंटिंग, तंजौर कला, क्ले वर्क, मार्बल पेंटिंग तथा मधुबनी पेंटिंग मंडला लीप्पन आर्ट इत्यादि को प्रदर्शित किया गया इस दौरान नोडल प्रवक्ता डॉ मंजु कुमारी ने बताया कि कला को लोग सिर्फ पेंटिंग, चित्रकला एवं रंगोली से जोड़कर देखते हैं। जबकि कला को एक व्यापक नजरिए से देखने की आवश्यकता है। पुस्तकों में कला के संयोजन के द्वारा बच्चों में रुचि को जगाने के लिए बेसिक के पाठ्यक्रम में चित्र संयोजन का विकास किया जा रहा है । खडवारी पीजी कालेज के छात्र शुभम ने गणेश नृत्य एवं छत्रधारी पीजी कॉलेज के प्रशिक्षणार्थियों द्वारा क्लासिकल डांस व प्राण प्रतिष्ठा को लेकर प्रभुश्रीराम के गीत प्रस्तुत किया गया।
एसएसआरबीएस कालेज की प्रशिक्षु ज्योति पांडेय ने चंद्रयान के मॉडल को प्रस्तुत किया। वही यमुना गर्ल्स कॉलेज ऑफ एजुकेशन विद्यालय द्वारा आकर्षक स्टॉल लगाया गया था। जिसे प्राधिकारी सकलडीहा द्वारा मुक्त कंठ सराहना की गई। इस दौरान डॉ रोशन कुमार सिंह, विजेंद्र भारती, प्रवीण कुमार राय जयंत कुमार सिंह, डॉ जितेन्द्र सिंह, हरिवंश यादव, देवेन्द्र कुमार अजहर सईद, क़मर अयूब राजेश कुमार इत्यादि उपस्थित रहे।
अलीम हाशमी की रिपोर्ट