आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। शहर कोतवाली अंतर्गत जिला महिला अस्पताल से चन्दन पाल पुत्र लालचन्द्र पाल निवासी हरसिंहपुर थाना जीयनपुर का नवजात बच्चा चोरी हो गया था। पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश पुलिस कर रही थी। इसके लिए दो टीमों का गठन किया गया था।
इस संबंध में चार जून को अभियुक्ता सरोज पुत्री हंशराज निवासी ग्राम मातनपुर थाना कंधरापुर को उसके घर मातनपुर से गिरफ्तार कर अपहृत बच्ची को बरामद किया गया था। विवेचना के दौरान यह प्रकाश में आया कि अभियुक्ता ने सूरज कुमार उर्फ पप्पू पुत्र महजू निवासी बरईपुर थाना कन्धरापुर व अन्य साथियों, मनोज राम, संगीता के साथ मिल कर अस्पताल से बच्चा चोरी किये थे। गुरूवार को पुलिस ने अभियुक्त सूरज कुमार उर्फ पप्पू पुत्र महजूराम निवासी बरईपुर थाना कंधरापुर व संगीता पत्नी कमलेश कुमार निवासी बेदपुर थाना रौनापार को राजघाट तिराहा से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त कपड़ा व तंत्रमंत्र विद्या की सामग्री बरामद की गयी। अभियुक्त सूरज कुमार की निशादेही पर अभियुक्त मनोज राम पुत्र केवल राम निवासी गड़ौरा मझौरा थाना जीयनपुर को पवई थानाक्षेत्र के बलुआ मोड़ से गिरफ्तार किया गया।
इनसेट–
लड़की से लड़का बनाने की चाह में दिया घटना को अंजाम
-एक के बाद एक किये कई वारदात
पटवध (आजमगढ़)। बच्चा चोरी के मामले में पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि अभियुक्ता सरोज, सूरज कुमार के साथ रिलेशन में थी। सूरज कुमार को एनआईए (स्पोर्ट्स कोच) की पढाई हेतु तीन लाख रुपये की आवश्यकता थी। सरोजा की बहन संगीता जो पवई ब्लाक में सरकारी अस्पताल में कार्यरत है, ने तंत्रमंत्र के जरिये किसी भी लड़की को लड़का बनाने की योजना बनाकर पैसा ऐंठने की तरकीब सोची। संगीता ने उसके साथ काम करनें वाले मनोज राम पुत्र केवल राम निवासी गड़ौरा मझौरा जिसकी दो लड़कियां थीं उसकी होनें वाली सन्तान को तंत्रमंत्र से लड़का बनानें की बात बताया तो मनोज राम तैयार हो गया। मनोज राम की पत्नी रेनू देवी जो पेट से थी जिसको झूठे तंत्रमंत्र के जरिये लड़का होनें की बात कहते रहे। परन्तु उसे लड़की पैदा हुयी। यह बात मनोज राम से बर्दाश्त नहीं हुयी। मनोज राम से कहा गया कि यदि यह लड़की मार दी जाय तो उसे लड़का बनाया जा सकता है, तो मनोज राम नें अपनी 15 दिन की लड़की को अपने पवई स्थित सरकारी आवास में जान से मार दिया। इसके बाद उस नवजात बच्ची के शव को सरकारी आवास से कुछ दूरी पर हाइवे के किनारे स्थित डीह बाबा के स्थान पर रख दिया गया। इसके बाद मनोज राम ने उस नवजात बच्ची के बदले लड़का बनानें की बात कहने लगा तो अभियुक्त सूरज कुमार ने 29/30 मई की रात बिलरियागंज के पटवध गांव से घर के चबूतरे पर से सोते हुये एक 6-7 माह के बच्चे को उठाकर मनोज राम को दे दिया और बताया कि तुम्हारी बच्ची को तंत्रमंत्र से लड़का बना दिया गया है। तो मनोज राम ने बच्चे की उम्र ज्यादा होनें की बात कहकर बच्चा लेने से इंकार कर दिया। तब अभियुक्त सूरज ने गांव में जाकर बच्चे को रास्ते में मिले होने की बात कहकर उसके घर वालों को वापस कर दिया।
मनोज राम द्वारा लड़का मांगे जाने पर अभियुक्त सूरज ने सरोज व संगीता के सहयोग से योजना बनाकर जिला महिला चिकित्सालय से एक नवजात बच्चे को उठाकर सरोज के घर पहुंचा और बच्चे को सरोज के घर पर पहले से मौजूद मनोज राम व उसकी पत्नी रेनू देवी को दिया और बताया कि आपकी बच्ची को तंत्रमंत्र से जीवित कर दिया गया है। मनोज राम व उनकी पत्नी रेनू देवी ने बच्चे को देखा बच्चा लड़की होने की जानकारी होने पर मनोज राम व उनकी पत्नी रेनू ने बच्ची को लेने से मना कर दिया। मनोज राम द्वारा अपनी नवजात पुत्री को अपनी पत्नी रेनू देवी व सूरज उर्फ पप्पू व संगीता के साथ षड़यंत्र करके हत्या करने के सम्बन्ध में थाना पवई पर मुकदमा पंजीकृत किया गया तथा अभियुक्त सूरज कुमार उर्फ पप्पू द्वारा बिलरियागंज थाना क्षेत्र के चांदपुर पटवध से लड़के का अपहरण करने के सम्बन्ध में थाना बिलरियागंज पर मुकदमा पंजीकृत कर अग्रिम कार्यवाही की गई। अभियुक्तों के पास से दो बण्डल कपड़े (घटना में प्रयुक्त), दो बण्डल तंत्रमंत्र पूजा मंे प्रयुक्त सामाग्री बरामद की गई। अभियुक्तों को उपरोक्त धाराओं में चालान किया गया।
रिपोर्ट-सुबास लाल