आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। दुर्गा पूजा का महापर्व शुरू हो गया है और अधिकतर स्थानों पर दो अक्टूबर को दशहरा मेला का आयोजन किया जाएगा। इस बार जिले के 1665 स्थानों पर दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। इसमें शहरी क्षेत्र में 765 और ग्रामीण क्षेत्रों में 900 प्रतिमाओं की स्थापना होनी है। इसी प्रकार 190 स्थानों पर रामलीला का मंचन हो रहा है, जिसमें शहरी क्षेत्र में 50 और ग्रामीण क्षेत्रों के 140 स्थान शामिल हैं।
प्रशासन ने इसके लिए अपनी ओर से तैयारियां पूरी कर ली हैं। पुलिस अधीक्षक डा. अनिल कुमार ने बताया कि आयोजक और गणमान्य लोगों के साथ शांति समिति की बैठक कर शांति और सुरक्षा का खाका तैयार किया जा रहा है। प्रशासन की ओर से बिजली और सफाई के लिए जिला प्रशासन की ओर से निर्देश जारी किया जा चुका है। पुलिस की ड्यूटी के लिए व्यवस्था बना ली गई है। सभी पंडाल पर सुरक्षा के लिए फोर्स तैनात की जाएगी। महिला पुलिस कर्मियों के साथ सादे लिबास में एंटी रोमियो टीम भी शरारती तत्वों पर नजर रखेगी और जरूरत पडऩे पर कार्रवाई की जाएगी।
डीजे के लिए निर्धारित गाइड लाइन का पालन करने के लिए पूजा समितियों को अवगत करा दिया गया है। डीजे की ऊंचाई इतनी ही हो कि कोई व्यक्ति विद्युत तार की चपेट में न आए। साथ ही किसी भी वाहन पर डीजे को ठीक से बांधकर रखने की जरूरत है, ताकि उसके ऊपर बैठा व्यक्ति नीचे न गिरने पाए।
पिछले वर्षों में रामलीला मंचों पर बार बालाओं के अश्लील नृत्य के सवाल पर पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि त्योहार को परंपरा के अनुसार ही मनाया जाए। कहीं भी अश्लील नृत्य और किसी प्रकार के भडक़ाऊ बातों की बात प्रकाश में आने पर सख्त कार्रवाई तो की ही जाएगी, साथ ही आयोजक को सूचीबद्ध भी किया जाएगा। इसके लिए थानों में शांति समिति की बैठकें लगभग कर ली गई हैं। एसपी ने यह भी कहा कि प्रतिमा की स्थापना खुले में होनी चाहिए। भीड़ एकत्र करने के लिए कहीं भी गुफा आदि बनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। उधर मांग और मेले की तारीख के अनुसार मूर्तिकार और आयोजक मंडल के सदस्यों ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। पंडाल तैयार करने के लिए कारीगर तेजी से जुट गए हैं।
इस बार पंडालों की संख्या देख यह कहा जा सकता है कि प्रतिमा स्थापना को लेकर हर साल लोगों का उत्साह बढ़ रहा है। वर्ष 2023 में 1250 स्थानों पर प्रतिमा स्थापित की गई थी और दो साल में ही संख्या 1665 पहुंच गई।
रिपोर्ट-सुबास लाल