लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। देवगांव बाजार स्थित मथुरापुर में बुधवार को प्रबचन में तीसरे दिन श्रोताओं ने भगवान श्रीकृष्ण की लीला व उनके महत्व को सुन अपने जीवन को धन्य किया। प्रबचनकर्ता ब्यास पंडित शिवदत्त शास्त्री ने श्रोताआंे को बताया कि धार्मिक मान्यता है कि श्रीकृष्ण ने मथुरा नगरी में जन्म लेकर अधर्म का नाश और धर्म की स्थापना की थी। उनके जीवन और उपदेशों से लोग आज भी प्रेरणा लेते हैं। गीता का ज्ञान, माखन चोरी की बाल लीलाएं और रास उत्सव उनकी महिमा का प्रतीक हैं। श्रीकृष्ण के स्वरूप का दर्शन कर ‘नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की’ गाते हुए श्रोता व प्रबचनकर्ता झूम उठे। श्री शास्त्री ने बताया कि मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण का स्मरण करने से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि आती है। कथा के आयोजक पंडित काली प्रसाद तिवारी ने आंगतुकों का आभार प्रकट किया।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद