जीवन मरण को दिव्य बनाता है श्रीमद् भागवत कथा: कौशल किशोर

शेयर करे

आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मानव जनहित सेवा संस्थान के संरक्षण में स्थानीय रामकथा समिति हरबंशपुर, चकगोरया में सोमवार से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ आचार्य हरेंद्र पाठक के वैदिक मंत्रोच्चार एवं कथावाचक बालव्यास कौशल किशोर की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। कलश यात्रा में घोड़ा, हाथी, बाजा तथा 101 महिलाओं द्वारा कलश पूजन भी किया गया।
बालव्यास ने प्रथम दिवस संगीतमय भजन के साथ श्रीमद् भागवत कथा के क्रम में कहा कि श्रीमद् भागवत कथा को ऋशियों ने देव दुर्लभ कथा की सज्ञा प्रदान किया है। 18 पुराणों में सर्वश्रेष्ठ पुराण के रूप में श्रीमद् भागवत महापुराण प्रतिष्ठित है। अन्य पुराण के श्रवण पठन से जीवन के समस्त भौतिक कार्य सुसम्पन्न होते हैं परंतु श्रीमद् भागवत पुराण जीवन के साथ-साथ मरण को भी दिव्य बनाता है। उन्होंने कहा कि जन्म जन्मांतर के पुण्य पुंज के फलीभूत होने पर श्रीमद् भागवत कथा के रसास्वादन का अवसर प्राप्त होता है। कथा श्रवण से पितरों को पितृ लोक में परम सुख की प्राप्ति और अतृप्त आत्माओं के मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है। इसलिए कायिक, वाचिक, मानसिक, विशुद्धता के क्रम में कथा रसपान कर जीवन को कृतार्थ करें। यह आयोजन 15 जनवरी तक चलेगा जिसमें प्रतिदिन सायं 6 बजे से रात्रि दस बजे तक संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के रसपान हेतु क्षेत्रवासियों व समस्त जनपद वासियों को आहुत किया गया है। उक्त आयोजन में राय अनूप कुमार श्रीवास्तव, घनश्याम तिवारी, सुभाष चंद तिवारी कुंदन, जेपी श्रीवास्तव, विनय राय आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *