लालगंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय विकास खंड के मई खरगपुर गांव स्थित आत्म अनुसंधान आश्रम परिसर में गुरु पूर्णिमा पर परिवार गोष्ठी आयोजित की गयी। बाबा विशाल भारत ने कहा कि समय व वक्त से बड़ा कोई गुरु नहीं, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न गुरु होते हैं। सीखना चाहते हो तो किसी से भी सीख सकते हो।
उन्होंने कहा कि सभी लोग अपनी शर्तों पर रिश्ता चलाना चाहते हैं। यह कब तक चलेगा सनातन को छोड़कर पश्चिम के आगंतुक विचारों को मान रहे हैं। यहां आने वाला हर व्यक्ति मेरी धज्जियां उड़ा कर तार-तार कर रहा है। सनातन की बात होती है मुझे चिढ़ा कर अपनी कामना पूर्ण की बात करते हैं। मुझे ऐसे लोगों की आवश्यकता नहीं है। अपने माता-पिता से जो संस्कार पाए है वही करिए। गोष्ठी देर रात्रि तक चली। जिसके बाद श्रद्धालुओ ने परिसर में एक मन्दिर में स्थापित मां महाकाली, मां महालक्ष्मी, मां महासरस्वती जी, गोरक्षनाथ जी, अधोरेश्वर महाप्रभु जी, कण्ड मे बने मदिर मां भगवती जी की आरती पूजन पूजन व परिक्रमा कर मनोकामना पूर्ण होने की कामना किया। इस अवसर पर दिवाकर राय, आचार्य सर्वेश, विजयधर राय, बीके सिंह, सूबेदार, डब्बू, धनन्जय, शुभम, शिवम, सन्तोष कुमार पाठक, अनुरुद्ध राय, पप्पू पाण्डेय, अनिल भूषण, नरेन्द्र सिंह पूर्वाचल विकास बोर्ड उपाध्यक्ष, ध्रुव सिंह, ऋषिकांत राय, देवेन्द सिंह, राजेन्द्र सिंह खन्ना, शरद सिंह, बलवन्त सिंह, सर्वेश राय, कृष्ण मुरारी, रमेश विश्वकर्मा, नगेन्द्र आदि उपस्थित रहे। आरती के उपरांत देर रात्रि भक्तों को प्रसाद वितरित किया गया।
रिपोर्ट-मकसूद अहमद