फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मिज़वा वेलफेयर सोसायटी के तत्वावधान में मशहूर शायर कैफी आज़मी की के 105वीं जयंती कैफी आज़मी गर्ल्स इंटर में धूमधाम से मनायी गयी। इस दौरान लोगो ने उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। कैफी आज़मी गर्ल्स इंटर कालेज के छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। बच्चियों ने दहेज पर आधारित गीत के माध्यम से लोगों से दहेज न लेने का संदेश दिया। इस दौरान विद्यालय का वार्षिकोत्सव भी धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत स्व.कैफी आजमी की प्रतिमा पर संयोगिता, आशुतोष त्रिपाठी, रामअशीष बरनवाल, सुनील एवं डॉ.अजीम ने माल्यार्पण कर किया। डॉ.अजीम ने बालिकाओं की शिक्षा पर जोर दिया। उहोंने कहा कि कैफी साहब ने जो रास्ता दिखाया है उसी नक्शे कदम पर चलने की जरूरत है। उन्होंने कैफी की रचना औरत उठ मेरी जान मेरे साथ चलना है, सुनाया।
छात्राओं ने कब तलक अपने भारत की बेटी दहेज की वेदी पर चढ़ती रहेगी, दहेज पर आधारित गीत सुनाकर लोगो को झकझोर दिया। कार्यक्रम के दौरान स्कूल की छात्राओं द्वारा कैफी आज़मी चिकन कारी परिधान पहनकर रैंप पर चली तो तालियों की गड़गड़ाहट से परिसर गूंज उठा। दिल है हिंदुस्तानी, रैंप वॉक, शहीद भगत सिंह पर आधारित ड्रामा सहित विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। फिरदोस, अंजुम, अलीशा ने प्यार का जश्न नई तरह मनाना होगा सुनाया। छात्राओं ने अंधेर नगरी और सबसे सस्ता गोस्त नाटक प्रस्तुत कर लोगों का दिल जीत लिया। कव्वाली सहित कई देशभक्ति गीत, डांस और भाषण छात्राओं द्वारा प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी। अंत में डिप्टी चेयरमैन अशुतोष त्रिपाठी ने कहा कि मशहूर शायर स्व.कैफी आज़मी लोगों के दिलो में आज भी जिंदा हैं। इस अवसर पर संयोगिता प्रजापति, धर्मराज प्रजापति, जैकी पाण्डेय, गोपाल, सीताराम गोड़ आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय