सृष्टिमीडिया ठेकमा (आजमगढ़)। जनपद के लालगंज लोक सभा क्षेत्र की सांसद संगीता आजाद ने संसद में मंहगाई के मुद्दे पर अपनी बात को रखते हुए सरकार को जमीनी हकीकत के बारे में अवगत कराया। उन्होने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने वाली सरकार के दावे फेल हो गये हैं इस समय किसान की आय आधी व मंगाई तीन गुनी हो गयी है।
लालगंज लोक सभा की सांसद संगीता आजाद ने मंहगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए पिपली लाइव फिल्म के गाने को सुनाते हुए कहा कि सखी सैया त खूब ही कमात है मंहगाई डायन खायी जात है। उन्होने कहा कि मंहगाई की मार से वह हर व्यक्ति पीड़ित है जो आर्थिक रुप से कमजोर है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाला किसान सबसे ज्यादा इस मंहगाई की मार को झेल रहा है। उन्होने कहा सरकार ने दावा किया था कि किसानों की आया दो गुनी कर दी जायेगी लेकिन किसान की आय आधी हो गयी और मंहगाई तीन गुनी बढ़ गयी। इसी मंहगाई में सरकार ने बच्चों के पढ़ने लिखने की सामग्री पर जीएसटी लगा दिया जिससे किताब कापी पेंशल, रबर आदि सामनों के दाम बढ़ गये जिससे एसटी एससी ओबीसी व गरीब सामान्य के बच्चे पढ़ नहीें पा रहे हैं ऐसे बच्चे बीच में पढ़ाई छोड़कर बड़े शहरों में जाकर नौकरी कर रहे है जिससे कि वह अपने परिवार का ख्याल रख सके।
लालगंज सांसद ने कहा कि कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ और मंकी पाक्स अपना पांव पसार रहा है ऐसे में सरकार ने अस्पताल और उपचार सामग्री में जीएसटी लगाकर आम आदमी को परेशान करने का काम किया है। डायलसिस पर जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 से 18 प्रतिशत कर दिया गया। केैंसर टीटमेंट पर भी जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 से 18 प्रतिशत कर दिया गया जिससे गरीजों की देखभाल व उपचार में भारी कमी आयेगी। उन्होने कहा मंहगाई की दर बढ़ने से दिन प्रतिदिन मुद्रा स्फिति की दर घटती जा रही है जिससे अन्तराष्ट्रीय स्तर पर देश की ख्याति कम होगी।
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जीएसटी लगाकर सरकार ने आग में घी डालने का किया कार्य
ठेकमा (आजमगढ़)। लालगंज की सांसद ने संगीता आजाद ने कहा कि सरकार उज्जवला योजना के तहत पूरे भारत में ढेर सारे सिलेण्डर गरीबों में बांटे लेकिन सिलेण्डर के दाम काफी मंहगे हो गये हैं जिसके कारण गांवों में सिलेण्डर भूसों के घरों में रखे जा रहे हैं। गरीबों के पास इतनी आगदनी नहीं है कि वह सिलेण्डर को भरवा सके। फल, सब्जियों व अन्य खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान छू रहेे हैं पहले ही मंहगाई से जनता परेशान थी और इस समय सभी सामनों पर सरकार जीएसटी लगाकर आग में घी डालने का कार्य किया है। आज आम आदमी की थाली से खाने के सामन गायब हैं। सरकार ने दही, पनीर, लस्सी, शहद सूखा मखाना आदि सामानों पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगा दी है। एक तो देश में नौकरियों की भारी कमी है और आय का कोई जरिया उलब्ध नहीं है ऐसे में जीएसटी लगाना बहुत ही दुःखद है। उन्होने सभी विन्दुओं पर क्रमवार चर्चा की। उन्होने सरकार से खाद्य पदार्थो व रोजमर्रा की वस्तुओं से तत्काल जीएसटी हटाने की मांग की जिससे गरीब जनता दोनो समय भर पेट भोजन कर सके। उन्होने सभी मुद्दो पर चर्चा करने की मांग की।
रिपोर्ट- एमके राय