ट्रेन में टिकट नहीं मिलने से परेशान होते हैं लोग
वाराणसी (सृष्टि मीडिया)। हवाई अड्डे से आम दिनों की अपेक्षा त्योहार निकट आते ही आम तौर पर विमान किराए में उछाल आने लगता है। जिसकी वजह से त्योहारी सीजन में यात्रियों की जेब पहले की अपेक्षा और अधिक ढीली होने की संभावना जताई जा रही है।
डायनेमिक किराया डिमांड के अनुसार बढ़ रहा है
त्योहार निकट होने के कारण घर आने वाले लोगो को अब अधिक किराया भुगतान कर घर आना पड़ेगा, होली पर वाराणसी आने और यहां से जाने वाले हजारों यात्रियों के पास ट्रेन के बाद अब विमानों का विकल्प है। हालांकि हर बार की तरह इस होली पर भी विमान का डायनेमिक किराया डिमांड के अनुसार बढ़ रहा है। न्यूनतम किराए से एक से डेढ़ गुना तक उन विमानों का किराया बढ़ा है, जिसमें अब तक सबसे अधिक बुकिंग हुई है। सबसे ज्यादा हवाई ट्रैफिक वाराणसी से दिल्ली का है, जबकि इसके बाद मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, हैदराबाद सहित अन्य शहरों से आने और होली के बाद वाराणसी से वापसी की डिमांड है। वही एयलाइंस से जुड़े लोगों की माने तो होली से पहले विमान ईंधन की कीमतों में हुई बृद्धि से विमान किराए में और अधिक उछाल हो सकती है।
कुछ ऐसा है महानगरों का किराया
वाराणसी एयरपोर्ट से वर्तमान समय मे वाराणसी दिल्ली का सामान्य किराया 4000 रुपये से 5500, और त्योहार पर यह किराया बढ़कर 6000 से 7500 रुपये पर पहुच गया। वाराणसी से मुम्बई 5,000 से 5500 रुपये तक और अब 7500 से 8500 रुपये। अहमदाबाद सामान्य दिनों में 5,000 से 6000 रुपये तक होली पर 8000 से 10,000 पहुच गया। चेन्नई 8,000 से 9,000 रुपये तक होली पर बढ़कर यह किराया 10,000 से 12,000 हो गया है। हैदराबाद सामान्य दिनों का किराया 6000 से 7000 रुपये होली पर यह किराया बढ़कर 8500 रुपये से 9000 पहुच गया। जबकि 2020 मई में शेड्यूल्ड डोमेस्टिक फ्लाइट को फिर से शुरू करने की घोषणा करते हुए घरेलू विमानों को फ्लाइट ड्यूरेशन के आधार पर सात स्तर पर बाट दिया गया था। इसके तहत 40 मिनट, 40-60 मिनट, 60-90 मिनट, 90-120 मिनट, 120-150 मिनट, 150-180 मिनट, 180-280 मिनट के हिसाब से विमान किराया तय किया गया था।