पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बिलरियागंज ब्लाक क्षेत्र के पटवध सरैया बाजार के पास से गुजरने वाली कयाड नदी पर बन रहा 6 वर्षो से पुल अभी भी अधूरा है। पुल दोनों तरफ से क्षतिग्रस्त हो चुका है। पुल को बनाने के लिए टेंडर भी चुका है गर्मी के दिनों कारीगर आते हैं कुद कार्य प्रारम्भ कर चले जाते हैं। पुल अधर में होने से स्थानीय लोगों में रोष है।
बिलरियागंज ब्लाक अंतर्गत पटवध सरैया बाजार के निकट वहां से गुजरने वाली कयाड नदी के ऊपर अंग्रेजों के जमाने का बना हुआ पुल जिसकी दीवारें काफी जर्जर हो गई है और दोनों साइड से लगभग 8 से 10 फीट तक टूटकर नदी में समाहित हो चुकी है जिसका टेंडर लगभग 6 साल पहले का हो चुका है लेकिन स्थिति यह है कि पुल निर्माण वाले मार्च और अप्रैल के महीने में आकर अपना एक टेंट लगाकर दो-तीन महीने गुजारा करते हैं और फिर जून का महीना आते ही अपना टेंट समेटकर लापता हो जाते हैं यह स्थिति लगभग 4 सालों से बनी हुई है रोड काफी चौड़ी हो गई और पुल जस का तस सकरा ही पड़ा रहा जिसकी वजह से वहां आए दिन एक्सीडेंट और दुर्घटनाएं होती रहती हैं शादी और विवाह के समय में घंटों जाम का भी सामना करना पड़ता हैएक्सईएन पीडब्ल्यूडी संजीव कुमार ने बताया कि अभी मैं जनपद में एक साल से आया हूं और देखता हूं प्रयास करूंगा कि इस साल पुल का निर्माण कराया जाय। शासन द्वारा पुल निर्माण के लिए धन भी अवमुक्त हो चुका था लेकिन आज तक कुछ भी निर्माण कार्य नहीं हो पाया यह रोड आजमगढ़ जनपद से रौनापार, महाराजगंज, लाटघाट और गोरखपुर तक के लिए जाता है लेकिन विभागीय अधिकारी और कर्मचारी शांतिपूर्ण बैठे हुए हैं जिसको लेकर आम जनता और राहगीरों में आक्रोश व्याप्त है।
रिपोर्ट-बबलू राय