फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। तहसील मुख्यालय के सामने बना कैफी आजमी पार्क और पुस्तकालय उपेक्षा का शिकार बन गया है। जिम्मेदारों के ध्यान न देने से पार्क अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। पुस्तकालय की पुस्तकें गायब और परिसर झाड़ियों में तब्दील हो गया है।
क्षेत्र में सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में फिल्म अभिनेत्री शबाना आजमी ने प्रयास तो बहुत किया लेकिन इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। राज्यसभा सदस्य रहते उन्होंने अपनी निधि से ग्रामसभा ऊदपुर में वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय की भूमि पर लाखों रुपये खर्च कर कैफी आजमी पार्क का निर्माण कराया। उसमें पुस्तकालय, वाचनालय सहित बच्चों के खेलने के लिए झूला आदि लगाए गए लेकिन समय के साथ पार्क वीरान हो गया।
निर्माण के कुछ माह बाद तक तो सारी सुविधाएं ठीक दिखीं। बच्चे, बुजुर्ग सभी लोग पार्क में सुबह-शाम टहलते रहते थे, पर धीरे-धीरे झूले टूटते गए और पुस्तकालय सहित आसपास झाड़-झंखाड़ उग आए। एक बार नगर पंचायत द्वारा जीर्णाेद्धार के नाम पर लाखों खर्च किये गए, पार्क के अंदर इंटरलाकिग कराया गया। पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष फूलपुर स्व. शिवप्रसाद जायसवाल द्वारा रखरखाव के लिए एक आदमी भी रखा गया। लेकिन काफी दिन से उसे वेतन भी नहीं मिल रहा है। रखरखाव के लिए किसी के न रहने से पार्क की सूरत बिगड़ने लगी है। मुख्य गेट भी टूट गया है। पार्क में शौचालय की भी व्यवस्था नहीं हो सकी। पार्क में लगे झूले खराब हो चुके हैं। हाई मास्ड लाइट खराब हो चुकी है। पुस्तकालय परिसर में बड़ी बड़ी झाड़ियां उग गयी हैं। यह परिसर शराबियों का अड्डा बन कर रह गया है।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय