आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती के अवसर पर भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा पार्टी कार्यालय पर भाजपा जिला अध्यक्ष ध्रुव सिंह, लालगंज जिलाध्यक्ष ऋषि कांत राय की उपस्थिति में मनाई गयी। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सांसद सलेमपुर रविंद्र कुशवाहा ने महात्मा ज्योतिबा फुले व पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर पुष्प अर्पित दीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य अतिथि द्वारा दुर्ग विजय यादव सिंहासन यादव प्रेम प्रकाश राय हरेंद्र सिंह श्रीकृष्ण पाल को अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत किया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए सांसद सलेमपुर रविंद्र कुशवाहा ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले का जन्म महाराष्ट्र के पुणे में 11 अप्रैल 1827 को हुआ। एक वर्ष के ही अंदर ही उनकी माता का देहांत हो गया। उनका लालन-पालन सगुनाबाई नामक दाई द्वारा किया गया। उनके द्वारा स्त्री शिक्षा जात पात को लेकर लगातार लड़ाई लड़ी गई। उनका विवाह 1840 में सावित्रीबाई फुले से हुआ बाद में वह खुद एक प्रसिद्ध समाजसेवी महिला के रूप में सामने आयी। स्त्री शिक्षा दलितों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए पति पत्नी ने साथ मिलकर कार्य किया। अपने इस सपने को उन्होंने सन 1948 में एक स्कूल खोल कर पूरा किया। उनके इस कार्य को देखकर विट्ठलराव कृष्णा वाडेकर ने उन्हें महात्मा की उपाधि दी। उनकी मृत्यु 28 नवंबर 1890 को 63 वर्ष की अवस्था में पुणे महाराष्ट्र में हुई। संगोष्ठी में इंद्रेश चौहान, बृजभूषण चौहान, हरिकेश राजभर, जय जय राम प्रजापति, कर्मवीर विश्वकर्मा, राजेश विश्वकर्मा, आनंद गुप्ता, नीरज मौर्य, दुर्ग विजय यादव, शत्रुघन चौहान, चंद्रशेखर यादव, सुशील सेठ, हनुमान चौहान, परमहंस चौहान, सिंहासन यादव आदि मौजूद रहे। अध्यक्षता ध्रुव सिंह व ऋषि कांत राय ने तथा संचालन मिथिलेश चौरसिया ने किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार