वेबपेज और फेसबुक अकाउंट के माध्यम से उतार रहा था रुपये
मीरजापुर (सृष्टि मीडिया)। विंध्यवासिनी मंदिर के विकास के नाम पर वेबपेज और फेसबुक अकाउंट बनाकर लोगों से चंदा मांगने वाले आरोपी को पुलिस ने पटना से गिरफ्तार किया। इसका खुलासा एसपी संतोष कुमार मिश्र ने पुलिस लाइन में किया। पकड़ा गया आरोपी मनीष जेएनयू का पूर्व-छात्र निकला, जो विंध्याचल मंदिर के विकास के नाम पर अकाउंट में रुपये मंगा रहा था। आरोपी को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया है।
टीम को 20 हजार रुपये इनाम की घोषणा
सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विंध्य कॉरिडोर के नाम पर वसूली की शिकायत विंध्याचल थाना में किया गया था। पुलिस ने 17 जनवरी को भानू पाठक की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। जांच में जुटी पुलिस ने आरोपी पटना के थाना पत्रकारनगर, चित्रगुप्त नगर निवासी मनीष कुमार को गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो मोबाइल और चार हजार रुपया बरामद हुआ है। आरोपी जेएनयू से एमफिल और एलएलबी करने के बाद पटना में प्रैक्टिस कर रहा था। जल्द रुपया कमाने के लिए विंध्याचल मंदिर के लिए फेसबुक व वेब पेज बनाकर लोगों से दान के नाम पर वसूली कर रहा था। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही मामले की तहकीकात में जुटी है।
सुनें एसपी की…
एसपी ने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए किसी प्रकार का चंदा लेने का कोई प्राविधान नहीं है। मन्दिर के नाम पर चंदा मांगने वालों की तलाश वेब पेज पर किया जा रहा है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। आरोपी को पकड़ने वाले विंध्याचल थाना प्रभारी अतुल कुमार राय एवं साइबर सेल प्रभारी विनीत राय की टीम को 20 हजार रुपये इनाम घोषित किया गया है।