आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बुधवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी जिला कौंसिल की तरफ से जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय आम बजट का विरोध करके आठ सूत्रीय वैकल्पिक मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति को जिला अधिकारी के माध्यम से दिया गया। भाकपा कार्यकर्ता कुंवर सिंह उद्यान में जमा हुए वहां से जुलूस निकाल कर नारे लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे जहां 8 सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि अतिरिक्त मजिस्ट्रेट को सौंपा।
भाकपा जिला मंत्री कामरेड जितेंद्र हरि पांडेय ने केंद्र की भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्रीय बजट लोगों की तात्कालिक और बुनियादी जरूरतों के साथ विश्वास घात है। लोगों के हाथों में क्रय शक्ति की कमी, बड़े पैमाने पर बेरोजगारी घटती मजदूरी के कारण अर्थव्यवस्था मांग के समस्या को दूर करने के बजाय मोदी सरकार ने बजट के माध्यम से खर्चों में कटौती करते हुए अमीरों और कॉरपोरेट जगत को रियायतें देकर उनकी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की कोशिश है। यह बजट आम आदमी के हितों के बिल्कुल विपरीत है। इस बजट में पूंजीपतियों को बड़ी सुविधायें दी गई हैं।
पार्टी उत्तर प्रदेश राज्य कमेटी सदस्य कामरेड हामिद अली ने कहा कि कृषि उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के कानूनी गारंटी के साथ ही कृषि विपणन पर राष्ट्रीय नीति की रूपरेखा का मसौदा वापस किया जाए। सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयों से निजीकरण पर रोक लगाई जाय व बीमा क्षेत्र में 100 प्रतिशत एफडीआई वापस लिया जाए मनरेगा के लिए आवंटन में 50 प्रतिशत की वृद्धि तथा शहरी रोजगार गारंटी अधिनियम लागू किया जाए। स्वास्थ्य और शिक्षा के बजट को पर्याप्त मात्रा में बढ़ा कर स्वास्थ्य और शिक्षा की बदहाल स्थिति को दुरुस्त किया जाए।
उत्तर प्रदेश किसान सभा के अध्यक्ष कामरेड इम्तियाज बेग ने कहा कि जो केंद्रीय बजट मोदी सरकार द्वारा पेश किया गया है वह बजट मजदूर किसानों विद्यार्थियों नौजवानों महिलाओं गरीबों के खिलाफ है। भाकपा और उत्तर प्रदेश किसान सभा और खेत मजदूर यूनियन के लोग मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के लिए लगातार आंदोलन कर रहे हैं और करते रहेंगे। इस अवसर पर मंगल देव यादव, जियालाल, श्यामा प्रसाद शर्मा, हरिगेन, रामनेत यादव, अख्तर, लालचंद यादव, इम्तियाज बेग, अशोक राय, सकलदीप मौर्य, हरिकेश गौड़ आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल