आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। सावन के तीसरे सोमवार को शहर से लेकर ग्रामीण अंचल के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर बेलपत्र, भांग, धतूरा, फल, मिष्ठान तथा दूध से दुग्धाभिषेक एवं जलाभिषेक किया तथा परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। सावन के तीसरे सोमवार को क्षेत्र में इंद्र देवता भी मेहरबान रहे। सुबह से ही सावन की फुहारों के बीच रुक-रुक कर अच्छी बारिश हुई।
शहर से सटे भवरनाथ मंदिर परिसर में जलाभिषेक के लिए भोर से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गयी थी। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने रूट डायवर्ट किया था। मंदिर परिसर में मेले जैसा दृश्य दिखाई दिया। इसी प्रकार मातवरगंज, हर्रा की चुुंगी, एलवल, कालीचौरा, रैदोपुर, सिधारी, हरबंशपुर आदि मंदिरों में जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही।
रानी की सराय प्रतिनिधि के अनुसार अवंतिकापुरी आवंक धाम में जलाभिषेक जहां किया गया वहीं भंडारे में लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्वालु भी मंदिर में पहुंच कर जलाभिषेक किये। क्षेत्र की प्रसिद्ध धार्मिक स्थली अवंतिकापुरी आवंक धाम मंे सुबह से ही श्रद्वालु जलाभिषेक को पहंुचने लगे। सरोवर मंे स्नान कर मंदिर में पूजन अर्चन किया। हर हर महादेव का जयघोष होता रहा। अवंतिका सेवा समिति द्वारा भंडारे की व्यवस्था रही जिसमंे लोगो ने प्रसाद ग्रहण किया। यहां कावरियों के लिए लंगर अलग से चलता रहा। व्यवस्था संचालन में मुखराम गुप्ता, संतोष गौड़, प्रेम नारायण, अरुण विश्वकर्मा, महेंद्र सरोज, जियालाल विश्वकर्मा, गुलाब गुप्ता, डब्लू गौड़, अरविंद यादव आदि लगे रहे।
फूलपुर प्रतिनिधि के अनुसार रविवार शाम से ही कावरियों का जमावड़ा दुर्वासा धाम के तमसा, मंजूषा के संगम तट पर होने लगा। सोमवार की सुबह सुख समृद्धि की मंगल कामना के लिए संगम में डुबकी लगाई। भगवान दुर्वेश्वर महादेव, मुंडेश्वर नाथ महादेव का जलाभिषेक कर कावर लिए अंपने गंतव्य स्थान को प्रस्थान किया। हर हर महादेव, बोल बम के स्वर गुंजायमान रहे। क्षेत्र के दुर्वासा धाम के दुर्वेश्वर महादेव, मुंडेश्वर नाथ महादेव, श्री शंकर जी तिराहा, राम जानकी मंदिर, नागा बाबा मन्दिर बाबा परमहंस जी मन्दिर आदि शिवालयों पर श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक, बेलपत्र, फल फूल, चंदन, आदि से पूजन अर्चन किया। कई घरों में पार्थिव स्वनिर्मित शिवलिंग बना कर रुद्राभिषेक किया गया। शंकर जी तिराहा पर शिव सेवा संघ के कार्यकर्ताओं ने कांवरियों की सेवा भाव से जलपान, विश्राम की व्यवस्था भी की। निहाल मोदनवाल, बृजेश यादव, लक्की कसौधन, उत्कर्ष मोदनवाल, सुरेश मौर्य, बेचू, मनोज, अरविन्द आदि युवा मण्डल कांवरियों के आवभगत में लगा रहा। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन भी कावरियों के आवागमन रूट पर अलर्ट रहा।
अतरौलिया प्रतिनिधि के अनुसार श्रावण मास के तीसरे सोमवार को नगर पंचायत स्थित प्राचीन द्वापर युगीन कैलेश्वर धाम में श्रद्धा और भक्ति का अद्वितीय दृश्य देखने को मिला। भोर से ही मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं। हजारों भक्तों और कांवरियों ने स्वयंभू शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पुण्य अर्जित किया। मान्यता है कि यह स्वयंभू शिवलिंग द्वापर युग से विद्यमान है और इसकी अलौकिक ऊर्जा आज भी भक्तों को शांति और संतोष प्रदान करती है। अयोध्या से जल लेकर पांचवें दिन पहुंचे कांवरियों में मोहित यादव (सिकंदरपुर) और शिवम यादव ने बताया कि वे नाग पंचमी के दिन जलाभिषेक करेंगे। शेरवा निवासी लवकुश यादव ने बताया कि वह 50 लोगों के साथ यहां पहुंचे हैं और पिछले तीन वर्षों से इस परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं। वैश्यपुर के सीताराम और देहुला निवासी संदीप पांडे ने भी इस धार्मिक यात्रा को श्रद्धा का विषय बताते हुए कहा कि यहां आने से आत्मिक शांति मिलती है। प्रकृति और आध्यात्म का मिलन मंदिर परिसर में स्थित प्राचीन वटवृक्ष, जिसकी जड़ आज तक अदृश्य है, श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। कैलेश्वर धाम सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि गुरु-शिष्य परंपरा का जीवंत प्रतीक भी है।
मार्टिनगंज प्रतिनिधि के अनुसार तहसील क्षेत्र के चर्चित शिव मंदिर बंधवा महादेव मंदिर, खाकी बाबा की कुटी कुंभ में स्थित शिव मंदिर, बरदह थाना परिसर में स्थित शिव मंदिर समेत अन्य बाजार से लेकर गांव तक के सभी शिव मंदिरों पर भक्तों का आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई। भक्तों ने हर-हर महादेव, बम बम भोले, हर हर शंभू के जयघोष के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक कर भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। रविवार को शिवालयों की विशेष साफ-सफाई कराई गई थी। साथ ही सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे।
लालगंज प्रतिनिधि के अनुसार पूर्व प्रधानाचार्य ओम प्रकाश सिंह तिलखरा ने कहा कि श्रावण मास भगवान भोलेनाथ को समर्पित महीना है। इस दिन की आराधना विशेष फलदाई होती है। आशुतोष तुम अवढ़र दानी। आरति हरहु दीन जनु जानी। भगवान भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं और लोगों को मनोवांछित फल भी प्रदान करते हैं। आज रवि और शिव योग है। इस योग में पूजा करने से संतान वृद्धिऔर धन-धान्य की वृद्धि होती है। इस दिन द्वादश ज्योतिर्लिंगों का नाम जप करने से भी विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर नगेन्द्र सिंह, मंडल अध्यक्ष अरुण कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, योगेश सिंह आदि उपस्थित थे।