आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जमीन-मकान बचाओ संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में खिरिया बाग में 137वें दिन धरना जारी रहा। सर्वप्रथम महात्मा बुद्ध और डा.अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस दौरान विभिनन नारे लगाये गये।
धरने को समर्थन देने पहुंची बीएचयू की प्रोफेसर डा.इंदु चौधरी ने कहा कि खिरिया बाग की धरना सरकार द्वारा विकास का बहाना बनाकर ग्रामीणों को अपने जमीन से बेदखल करने की बुलडोजर नीति नहीं चलने देंगी। उन्होंने कहा कि झूठे आश्वासनों, बहकावे, भुलावे में आने से बचें और धरने को मजबूत बनाये रखें। लड़ने के लिए त्रिशूल की जगह हाथ में संविधान की किताब, डा.अंबेडकर की फोटो और तिरंगा झंडा तीनों थामें। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के खिलाफ खिरिया बाग आंदोलन चार महीने से अधिक समय से जुझारू रूप से चल रहा है। इस धरने का हम हमेशा समर्थन करती रहूंगी। वाराणसी पहुंचकर वहां सरकारी नौकरी कर रहे लोगों को एकजुट करके धरने के समर्थन में भेजूंगी। खिरिया बाग की लड़ाई जाति, धर्म से ऊपर उठकर जनता के बीच सामूहिक भावना के साथ जमीन बचाने की भावना ही नहीं देश बचाने की भावना को बढ़ाया है। खिरिया बाग की लड़ाई देश बचाने की लड़ाई बन चुकी है।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार