फूलपुर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। पीड़ितों को न्याय कैसे मिले जब लेखपाल की ही शिकायत हो और वही लेखपाल जांच कर आख्या दे। यह तो वही बात हो गयी बकरा का फैसला कसाई के हाथ तो न्याय बकरे को मिलेगा कैसे। ऐसा ही एक मामला माहुल नगर पंचायत में देखने को मिला।
फूलपुर तहसील क्षेत्र के माहुल नगर पंचायत निवासी सैयद मोहम्मद मेहदी पुत्र स्व.सैयद मोहम्मद सफी ने सम्पूर्ण तहसील दिवस प्रभारी जिलाधिकारी को लेखपाल द्वारा फर्जी रूप से भूमाफ़ियाओं से मिलकर वरासत करने का आरोप लगया। उसका आरोप है कि उसी दिन रजिस्ट्री भूमि की करा दी गयी जिसके सम्बन्ध में जांचकर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया। शिकायत सन्दर्भ सख्या 30096823000070 जिसमे तहसील अधिकारियों द्वारा उसी लेखपाल से जांच कराई गई जिसके खिलाफ पीड़ित ने शिकायत की थी। जिसमें वरासत सही बता कर लेखपाल ने रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। जिसका ऑनलाइन जबाब प्राप्त कर पीड़ित सैयद मोहम्मद मेहदी ने एक शिकायती पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अल्पसंख्यक आयोग मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार सहित आला तहसील जिला के अधिकारियों को रजिस्टर्ड पत्र के माध्यम से दी। पीड़ित ने आरोप लगाया कि लेखपाल प्रमोद सिंह भूमाफ़ियाओं से मिली भगत कर बहुत सी ऐसी भूमि का फर्जी वरासत कर दिया। भूमाफियों से मिल लाभ कमा रहे इनकी पकड़ पहुच का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक लेखपाल तीन वर्ष की अवधि क्षेत्र की होती है और यह पांच वर्ष से इसी माहुल में पड़े हैं। तहसील में दस वर्ष की तैनाती होती है पर उससे अधिक हो गया तहसील में रहते हुए। वरासत नियमानुसार परिवार रजिस्टर की नकल वोटर कार्ड प्रमाण पत्र लेकर करना चाहिए और परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ करनी चाहिए। पर लेखपाल जिस दिन वरासत गलत चढ़ाते हैं उसी दिन भूमि की रजिस्ट्री भूमाफ़ियाओं को करा देते हैं। मेरे भाई मुन्तजिर हुसैन की मृत्यु सन 1992 में बम्बई में मृत्यु हो गयी थी उनके कोई औलाद नही थी। उनकी पत्नी का नाम वाहिदा वेगम था जो भाई की मृत्यु के बाद माहुल छोड़कर चली गयी और दूसरी शादी कर ली। भाई की की पत्नी बना नूरजहां पत्नी मुन्तजिर बनाकर फर्जी वसीयत 17 दिसम्बर 2022 को चढ़ा दिया गया और उसी दिन भूमाफ़िया मोहम्मद आजम पुत्र अब्दुल हमीद व शाजिद पुत्र शाहीद कुरैसी के नाम रजिस्ट्री करा दी गयी। प्रमोद सिह दबंग राजनैतिक अधिकारी संरक्षण ब्यक्ति है। इनके खिलाफ जोमा मण्डल में तैनाती के दौरान नियम विरुद्ध भूमि आवंटन करने को लेकर कार्यवाही हो चुकी है पर अधिकारियों में अच्छी पकड़ और रसूख के चलते सख्त कार्यवाही नहीं हुई। मामले की जांच सत्यता से करा फर्जी वरासत करने व भूमि क्रय विक्रय करने वालां के खि़लाफ़ सख्त कार्यवाही की जाय। इनके द्वारा ग्राम सभा सुदनीपुर में बिना अनुमति के भूमि क्रय की गई है। कई अन्य शिकायतों की जांच ठंडे बस्ते में पड़ी है। इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी फूलपुर नरेंद्र कुमार गंगवार ने बताया कि अगर ऐसा मामला है तो पुनः नायब तहसीलदार स्तर से जांच कराई जाएगी। शिकायत सही पायी गयी तो रिपोर्ट जिलाधिकारी और शासन को भेज दी जाएगी।
रिपोर्ट-मुन्ना पाण्डेय