आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। नेशनल इन्ट्रीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) का 76वां स्थापना दिवस अमृत महोत्सव समारोह हरबंशपुर स्थित एक मैरेज हाल के सभागार में हर्षाेल्लास पूर्वक मनाया गया। मुख्य अतिथि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ.अक्षय लाल रहे। मुख्य अतिथि द्वारा भगवान धन्वंतरि के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके और दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की गई। इसके बाद डॉ.पीएन मिश्रा, पूर्व कोषाध्यक्ष डॉ. एके बरनवाल, डॉ.आरपी सिंह, वोमेन्स फोरम की अध्यक्षा डॉ. आरती सिंह ने मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। तत्पश्चात नीमा गान गाकर कार्यक्रम की शुरुआत हुई। डॉ. विभूति मिश्रा ने प्रैक्टिकल एप्रोच ऑफ ब्लड लेटिंग थेरेपी विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया जिसका उपस्थित चिकित्सकों ने लाभ उठाया।
मुख्य अतिथि डॉ.अक्षय लाल ने कहा कि आज के वर्तमान परिवेश में एकीकृत चिकित्सा ही एकमात्र विकल्प है, जिसे आयुर्वेद और यूनानी जैसी पारंपरिक चिकित्सा पद्धति से ही पूरा किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना में आयुर्वेदिक दवाओं और आयुष काढ़ा ने पूरी दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सकों के राष्ट्र व्यापी संगठन नीमा ने पूरे देश में कोविड काल में आगे बढ़कर अपना योगदान दिया है, जिसके लिए वे प्रशंसा के पात्र हैं।
नीमा वोमेन्स फोरम की अध्यक्षा डॉ.आरती सिंह ने राष्ट्रीय स्तर पर आयुष चिकित्सा को स्थापित करने के लिए नीमा की सराहना की। कोषाध्यक्ष डा. संतोष कुमार सिंह ने कहा कि आयुर्वेद एवं योग दोनों एक दूसरे के पूरक है। पूर्व नीमा अध्यक्ष डॉ.डीडी सिंह ने विगत वर्षों में नीमा आजमगढ़ की प्रगति पर विस्तार से प्रकाश डाला। अंत में नीमा परिवार द्वारा मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता को प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार