आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित होने वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत प्रदेश के लगभग 30000 अनुदेशक शिक्षक सरकार की भेदभाव पूर्ण नीति एवं तानाशाही रवैये से लगातार 6 वर्षों से त्रस्त हैं। सोमवार को अनुदेशक शिक्षक संघ रानी की सराय की बैठक रामजतन यादव की अध्यक्षता में हुई। बैठक में अनुदेशक शिक्षकों की समस्याओं पर चर्चा हुई।
ब्लॉक अध्यक्ष अमरजीत यादव ने अनुदेशक शिक्षकों की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जुलाई अगस्त महीने का मानदेय अभी तक नहीं मिला। अब सितम्बर चल रहा है। अनुदेशक शिक्षकों से सरकार द्वारा बंधुआ मजदूर की तरह काम करवाया जाता है लेकिन समय से मानदेय तक नहीं दिया जाता है। अभी तक अनुदेशक शिक्षकों का जुलाई अगस्त माह का मानदेय नहीं मिला। अनुदेशक शिक्षकों के लिए प्रदेश सरकार ने कई बार वादे किए और अपने वादे से मुकर गयी। उच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद भी अभी तक अनुदेशक शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है। ऐसी स्थिति में अनुदेशक शिक्षक आर्थिक तंगी के शिकार हैं। ब्लॉक उपाध्यक्ष मिथिलेश यादव ने कहा कि जबसे यह सरकार आई है तबसे अनुदेशक शिक्षकों को लगातार आर्थिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करती जा रही है। इस अवसर पर ओम प्रकाश सिंह, सोनू यादव, मनोज पांडे, सुरेश, पंकज, नागेंद्र, सौरभ, कविता, निशा, अप्सरा, शिवानी, कुसुम, हौशिल्या आदि उपस्थित रहीं।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव