आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने निर्देश दिया है कि कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जाने वाले निर्माण कार्यों को संबंधित प्रशासकीय विभागों के मण्डलीय अधिकारी निर्माण स्थल पर जायें तथा कार्यों की प्रगति एवं गुणवत्ता को देखंे। मण्डलायुक्त श्री चौहान मंगलवार को अपने कार्यालय सभागार में मुख्यमंत्री डैश बोर्ड के आधार पर मण्डल के जनपदांे में 50 लाख एवं उससे अधिक लागत की निमार्णाधीन परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कई परियोजनाओं में कार्य पूर्ण हैं, परन्तु उसकी सही फीडिंग नहीं कराये जाने के कारण प्रगति में वास्तविक प्रगति परिलक्षित नहीं हो रही है। उन्होंने संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय करते हुए सही फीडिंग कराने का निर्देश दिया। बैठक में मुख्य अभियन्ता, विद्युत तथा अधीक्षण अभियन्ता, डेªनेज मण्डल बलिया बिना अवगत कराये अनुपस्थित थे। मण्डलायुक्त ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए दोनों अधिकारियों का एक दिन का वेतन बाधित करने तथा स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। उन्होंने कार्यदायी संस्थावार परियोजनाओं समीक्षा में पाया कि मण्डल के तीनों जनपदों में स्वास्थ्य विभाग की कई परियोजनाओं का निर्माण कार्य काफी विलम्बित है। अपर निदेशक, स्वास्थ्य द्वारा स्वयं स्थल निरीक्षण किए जाने अथवा विभाग के किसी अन्य अधिकारी के माध्यम से निरीक्षण कराये जाने संबंध में पूछे जाने पर अवगत कराया गया कि स्थलीय निरीक्षण नहीं किया गया है। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने इस स्थिति पर सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए अपर निदेशक, स्वास्थ्य को अपने विभाग से सम्बन्धित समस्त निर्माणाधीन परियोजनाओं के तत्काल स्थलीय निरीक्षण हेतु निर्देशित किया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त (प्रशासन) केके अवस्थी, अपर आयुक्त (न्यायिक) शमशाद हुसैन, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, मुख्य अभियन्ता लोनिवि योगेन्द्र सिंह, अपर निदेशक, स्वास्थ्य डा. आमोद कुमार, मंडलीय अर्थ एवं संख्याधिकारी डा.नीरज श्रीवास्वत व हेमन्त कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार