अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक संस्था दी आर्ट ऑफ लिविंग गत दिनों 9 से 11 मई में संस्था की लखनऊ से आई अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक डॉ.विशाखा चतुर्वेदी द्वारा राजकीय कन्या विद्यालय, अतरौलिया जूनियर विद्यालय, कंपोजिट विद्यालय तथा आरएस पब्लिक स्कूल में किशोरियों में मासिक धर्म के संबंध में कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि मासिक धर्म एक प्राकृतिक प्रक्रिया है किंतु लज्जा और शर्म के कारण लड़कियां इसके विषय में खुलकर बात नहीं करती हैं। जागरूकता की कमी व संसाधनों के अभाव के कारण किशोरिया इस प्रक्रिया को गंभीरता से नहीं लेती है। दि आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा चलाए जा रहे ‘प्रोजेक्ट पवित्र’ के अंतर्गत विद्यालयों में किशोरियों को मासिक धर्म के समय होने वाली पीड़ा को कम करने, विशेष प्रकार के योगाभ्यास, प्राणायाम व मुद्राएं सिखाई जाती है। सही आहार और पोषण के महत्व को बताया जाता है और आसान तरीकों से कष्ट रहित मासिक धर्म के लिए तकनीकी का ज्ञान दिया जाता है। निःशुल्क तीन दिवसीय कार्यशाला में नारी सशक्तिकरण पर भी चर्चा की गई। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाध्यापक प्रतिभा ने बताया कि आर्ट ऑफ लिविंग का शिविर बहुत उपयोगी रहा है और वह भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम करना चाहेंगी। राकेश कुमार गुप्ता अतरौलिया के सौजन्य से हैप्पीनेस कार्यक्रम में पांच दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया है जो 8 मई से 12 मई तक चलेगा। 13 मई को संस्था के प्रणेता पूज्य श्री श्री रविशंकर जी के जन्मदिवस के उपलक्ष की पूर्व संध्या 12 मई को भजन संध्या का भी आयोजन किया गया।
रिपोर्ट-आशीष निषाद