तरवा आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। रोजा संस्थान के तत्वाधान में तरवा ब्लाक के ग्राम पंचायत सराय त्रिलोचन के पूर्व माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से छूटे हुए लोगो व सेवादाता के साथ साझा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। रोजा संस्थान के कार्यकर्ता द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में जानकारी दी गयी।
रोजा संस्थान के कार्यकर्ता राजकुमार ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन भारत सरकार द्वारा कार्यान्वित एक गरीबी उन्मूलन परियोजना है। यह योजना स्वरोजगार को बढ़ावा देने और ग्रामीण गरीबों के संगठन पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम के पीछे का विचार गरीबों को एसएचजी (स्वयं सहायता समूह) समूहों में संगठित करना और उन्हें स्वरोजगार के लिए सक्षम बनाना है।
सामुदायिक कार्यकर्ता संध्या सिंह के बताया कि सरकार की मंशा के अनुसार इसी उद्देश्य को देखते हुए रोजा संस्थान ने जिले के 3 ब्लॉक तरवा, मेंहनगर और जहानागंज में कुल 10 ग्राम पंचायतों में समुदाय और सेवादाता के साथ मिलकर 280 परिवारों के साथ पीआरए किया था जिसमें निकला था कि ग्राम पंचायत सराय त्रिलोचन में 30 परिवार ही आजीविका मिशन से जुड़े हैं शेष 250 परिवार अभी छूटे हुए हैं। फैक्ट शीट तैयार कर देखा था कि अभी ग्रामीण क्षेत्र में कितने लोग ऐसे हैं जो राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से नहीं जुड़ पाए हैं। समूह सखी निशा देवी ने बताया कि समूह में कौन लोग जुड़ पाएंगे और विस्तार से जानकारी दिया। इस अवसर पर बिंदु देवी, तेतरी देवी, पार्वती, पूनम, चम्पा, सबिता, आशा, श्याम बिहारी आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-दीपक सिंह