आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय परिसर के सेमिनार हाल में विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश, आत्मनिर्भर भारत, आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश, शताब्दी संकल्प 2047, समृद्धि का शताब्दी वर्ष का विधिवत आगाज हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीव कुमार ने किया।
विश्वविद्यालय के कुलपति ने अपने संबोधन में विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज हम सभी यह संकल्प ले कि राष्ट्र को समृद्ध बनाने में अपना सब कुछ उत्सर्ग कर देंगे। हम सभी के प्रयास से भारत 2047 से पहले ही विकसित राष्ट्र बन जाएगा ऐसा मेरा विश्वास है, कुलपति ने कहा कि आज शापिंग-माल, इंडस्ट्री, अपार्टमेंट, हाई-वे और एक्सप्रेस-वे की एक लंबी फेहरिश्त पूरे देश मे फैली है। हिंदुस्तान के नागरिकों के सहयोग से ‘विजन 2047’ से पहले ही भारत पूर्ण विकसित देश बन जाएगा। आज का यह कार्यक्रम निश्चय ही नई पीढ़ी में एक ऊर्जा का संचार करेगा।
मुख्य वक्ता प्रो. महेंद्र प्रकाश नोडल अधिकारी उच्च शिक्षा, आजमगढ़ ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमें हमेशा देश की सेवा में तत्पर रहना चाहिए। इस नेक काम के लिए देश की समस्त जनमानस की सहभागिता आवश्यक है। मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना ने बताया कि भारत युवायों का देश है, यहाँ की आधी से अधिक आबादी नवयुवकों की है। आज के नवयुवकों में सकारात्मक सोच विकसित करनी पड़ेगी जिससे वे आने वाले कल की चुनौतियों के लिए तैयार रहे जो देश के विकास के लिए जरूरी है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी वाराणसी डॉ. ज्ञान प्रकाश वर्मा , प्रो. विक्रम देव शर्मा, पूर्व जिला विकास अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह ने भी छात्र-छात्राओं को उत्तर प्रदेश की विकसित करने से कार्यक्रम से संबंधित अनेक बिंदुओ की तरफ ध्यान आकर्षित किया।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार