आज़मगढ़। मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने अपने कार्यालय सभागार में शुक्रवार को देर सायं आयोजित आज़मगढ़ विकास प्राधिकरण की 18वीं बोर्ड बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि महायोजना में जो सड़कें प्रस्तावित हैं उनपर कोई ऐक्टिविटी नहीं होनी चाहिए।
मण्डलायुक्त ने सचिव, विकास प्राधिकरण को तत्काल उन सड़कों का चिन्हांकन करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने एडीए सचिव को निर्देशित किया प्राधिकरण के अनतर्गत आने वाले क्षेत्रों का नियमित रूप से भ्रमण करें तथा जो भी निर्माण अवैध होता हुआ मिले उसे तत्काल रोक दें। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वैध तरीके से हो रहे निर्माण में किसी प्रकार की बाधा नहीं आनी चाहिए। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने कहा कि निर्माण हेतु नक्शा पास करने से पूर्व अनिवार्य रूप से भूमि का उपयोग देख लिया जाय, तद्नुसार अग्रेतर कार्यवाही की जाय। उन्होंने कार्यों में तेजी लाने तथा विसंगतियों को दूर किये जाने के दृष्टिगत एडीए सचिव को निर्देशित किया कि प्राधिकरण में जितने भी आर्कीटेक्ट है उनके साथ शीघ्र ही एक कार्यशाला का आयोजन कर लें। श्री पन्त ने कहा कि बिना नक्शा पास कराये हो रहे निर्माण कार्यों को संज्ञान में लें तथा बुनियाद खुदाई के समय ही उसपर रोक लगा दी जाय, इसके बावजूद यदि कार्य कराया जाता है तो ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की जाय।
मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त द्वारा, गत बैठक में लिये गये निर्णय के क्रम में नगर क्षेत्र के 8 चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लाइट लगाये जाने की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि उक्त कार्य के लिए इस जनपद में कोई फर्म नहीं पाई, इसके लिए गैर जनपद की फर्म से अनुबन्ध किया गया है। सचिव द्वारा यह भी बताया कि जहॉं जहॉं टैªफिक सिग्नल लाइट लगाया जाना है वह सड़के लोक निर्माण विभाग की हैं, इसलिए इसके लिए लोक निर्माण विभाग से एनओसी की आवश्यकता है। इसके अलावा विद्युत कनेक्शन की भी आवश्यकता है। मण्डलायुक्त ने लोक निर्माण विभाग को तत्काल एनओसी जारी करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही विद्युत कनेक्शन दिये जाने के सम्बन्ध में भी कार्यवाही हेतु विद्युत विभाग को निर्देशित किया। बैठक में एडीए का वित्तीय वर्ष 2022-23 का प्रस्तावित आय व्यय बजट प्रस्ताव प्रस्तुत किया, जिसमें कुल आय 600.50 लाख रुपये एवं कुल व्यय 491.85 लाख प्रस्तावित किया गया है, का अनुमोदन किया गया।