रानीकीसराय आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ऐतिहासिक कस्बे के रानी पोखरा पर अवैध कब्जे के चलते सिकुड़ते दायरे को लेकर नागरिकों में रोष है। नागरिकों की मांग पर मौके पर मापी के लिए आई राजस्व टीम के समक्ष नागरिकों ने कब्जा मुक्त कराने की मांग की थी।
कस्बे के मध्य भाग मंे स्थित रानी पोखरा मुगलकाल में मेंहनगर के राजा की पत्नी रत्न ज्योति के नाम पर अलंकृत है और इन्हीं के नाम पर कस्बा आबाद है। रानी द्वारा निर्मित पोखरे के अलावा हनुमान जी मंदिर, सराय आदि आज भी विद्यमान है। पोखरे के एक हिस्से में त्रयोदाह संस्कार जहां होते हैं वहीं ब्रिटिश शासन से चला आ रहा अखाड़ा भी है। पोखरे के सुंदरीकरण के प्रयास तो हो रहे लेकिन अगल बगल की भूमि पर अवैध कब्जे भी धड़ल्ले से हो रहे हैं। इसमें राजस्व अभिलेखों में हेराफेरी भी जमकर है। नागरिक परेशान हैं कि अवैध कब्जे के चलते कहीं पोखरे का अस्तित्व ही न समाप्त हो जाय। पोखरे पर स्थित मंदिर जो आस्था का प्रतीक है। संचालित शिशु मंदिर संस्था ने भी राजस्व टीम के समक्ष सीमांकन कर पोखरे की भूमि सुरक्षित करने की मांग उठाई थी। नागरिकों ने जिला प्रशासन से पोखरे से अवैध कब्जा हटवाने की मांग की है।
रिपोर्ट-प्रदीप वर्मा