आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। संत शिरोमणि रविदास की जयंती शहर के हरबंशपुर स्थित मंदिर पर धूमधाम के साथ रविवार को मनाया गया। इस दौरान लोगों ने झांकी निकाली। वक्ताओं ने उनके जीवन वृतांत पर अपने विचार व्यक्त किया।
सुशील कुमार आनन्द ने कहा कि रविदास जी कहते हैं कि ‘‘ऐसा चाहूं राज मैं मिलै सबन को अन्न, छोटा बड़ा सब बसै रैदास रहे प्रसन्न’। उन्होंने कहा कि रविदास जी कर्म के सिद्धान्त को मानते थे। शील, सदाचार उनके जीवन का मुख्य आधार है। वह माध्यकाल के एक भारतीय संत थे। उन्होंने छुआछूत के खिलाफ संघर्ष किया। इस मौके पर राजेंद्र प्रसाद, गोविन्द प्रसाद, केवल राम, अशोक कुमार, जमुना प्रसाद, राम प्रताप, किशुन राम, धनबहादुर, धीरज कुमार आदि मौजूद रहे।
इसी क्रम में उत्तर प्रदेशीय अनुसूचित जाति, जनजाति बेसिक शिक्षक महासंघ के तत्वाधान में संत गुरू रविदास की जयंती डा.अम्बेडकर पार्क में लालचंद राम की अध्यक्षता में मनायी गयी। संत के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित किया गया। साथ ही डा.भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। इस मौके पर जीएस प्रियदर्शी, श्याम लाल, साहब लाल चौधरी, रामसमुझ राम, सावित्री देवी, नरेंद्र यादव, डा.सिद्धार्थ मदन भारती, बालकिशुन, धर्मवीर भारती, राजेश कुमार, वीरेंद्र आदि उपस्थित रहे।
इसी क्रम में पूर्वांचल जनमोर्चा जिला इकाई द्वारा मोर्चा कार्यालय पर देश के महान विभूति संत शिरोमणि रविदास जी का जयंती समारोह हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय चौहान महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शत्रुघन चौहान, चंदन कुमार, राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव मोहन शिल्पकार, रेखा भारती, चंद्रमी देवी, विनीता चौहान, बबीता देवी, मंजू यादव, शिल्पी यादव, संगीता देवी, लाल बहादुर यादव, धर्मेंद्र यादव, जयकरण भारती, राजकुमार, सुरेंदर, विजय बहादुर यादव, प्रमोद विश्वकर्मा आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार