अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। बरसात के मौसम में अस्पतालों में आई फ्लू यानी कंजेक्टिवाइटिस का प्रकोप फैल रहा। अस्पताल में आने वाले मरीजों में 50 प्रतिशत आई फ्लू के मरीज आ रहे हैं। वायरल संक्रमण की वजह से आंखों में रोग फैल रहा है। इस मौसम में आंखों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है।
100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय के वरिष्ठ नेत्र सर्जन डॉ राजन शर्मा ने बताया कि इस समय आई फ्लू कंजेक्टिवाइटिस नाम की आंख की बीमारी बहुत तेजी से फैल रही है ।इसमें बिल्कुल कोरोना वायरस के तरह से ही हमको बचाव करना है ।ठंडे पानी से हमेशा आंखों को धोना है और डॉक्टर के बताए गए दवा का उपयोग करना है। दूसरी तरफ जिन हाथों से हम आंख को छुए उन हाथों से कोई दूसरा सामान न छुएं। सूती कपडे से आंखों को पोंछने का काम करें। इसमें आई फ्लू के बीमार व्यक्ति को समय से आंख की दवा लेना बहुत जरूरी है। आंखों में आई फ्लू होने का सबसे बड़ा लक्षण है कि आंखों का दर्द के साथ लाल होना, आंखों में पानी आना ,तेज खारिश होना, धुंधला दिखाई देना ,आंखों में जलन होना, पलकों के बाल चिपकना, आंखों में कचरा होने जैसा महसूस होना। ऐसे में घबराने की जरूरत नहीं हैं अपने नजदीकी नेत्र सर्जन से संपर्क करके दवा लेने का काम करें। कुछ लोग आंखों को खुजली करते हुए आंखों को और लाल कर ले रहे हैं और बाद में दवा लेने का कम कर रहे हैं। यह ठीक नहीं है। आप समय रहते ही अपने नजदीकी अस्पताल के डॉक्टर से संपर्क करके दवाओं का उपयोग करना शुरू कर दें। ऐसे में हमें यह भी ध्यान देना होगा कि बाहर जब घर से निकले तो आंख पर चश्मा जरूर लगा कर निकले, बाइक चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करें। जिन छोटे-छोटे बच्चों को अगर आई फ्लू हो जा रहा है तो उनको विद्यालय जाने से रोकें ।तब तक विद्यालय जाने से रोके तब तक उनके आंख का इन्फेक्शन आई फ्लू ठीक नहीं हो जाता। आई फ्लू से जो लोग पीड़ित हैं वह शीतल ठंडे पानी से अपनी आंखों को धोने का काम करें और साथ ही साथ आई ड्रॉप डालने का काम करें।
रिपोर्ट-आशीष निषाद