पति ने छोड़ा साथ, बच्चों संग न्याय हेतु भटक रही महिला

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अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। एक तरफ जहां नारी शक्ति को सरकार सम्मान देने का काम कर रही वहीं फूलपुर गांव निवासी एक महिला ने अपने ही पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं तथा न्याय पाने के लिए दर-दर की ठोकरे खा रही है। इन संदर्भ में महिला ने राष्ट्रीय अध्यक्ष महिला आयोग भारत सरकार, पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़, पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश शासन समेत गुजरात व जिले में कई उच्च अधिकारियों से अपने मामले को अवगत कराया लेकिन कहीं से भी उसे न्याय नहीं मिल रहा। पीड़िता ने अतरौलिया थानाध्यक्ष व पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई।
पीड़िता सुमन पुत्री स्व.गिरिजा प्रसाद निवासी ग्राम व थाना फूलपुर का आरोप है कि उसकी शादी हो चुकी है तथा पास दो बच्चे भी हैं तथा पति से उसका संबंध विच्छेद हो चुका है। इस दौरान बच्चे उसके साथ ही रहते हैं। राकेश गुप्ता पुत्र कृपा शंकर गुप्ता निवासी बिलारी अजगरा थाना अतरौलिया जो पहले से विवाहित थे और उनकी पत्नी की मृत्यु हो चुकी थी तथा इनके पास भी दो बच्चे हैं। इनसे मेरा परिचय सूरत शहर में हुआ था वहीं से हम दोनों के बीच अच्छे संबंध बन गए और हम दोनों ने अपने परिवार की सहमति से तथा उनकी उपस्थिति में 14 मई 2019 को गुजरात में स्थित अंबाजी मंदिर में विधिवत शादी कर लिए, शादी के समय राकेश गुप्ता के पिता कृपा शंकर गुप्ता, उनकी माता, बहन एवं बहनोई एवं राकेश गुप्ता के दोनों लड़के तथा मेरी तरफ से मेरी माता और मेरे भाई उपस्थित रहे। इस दौरान वैवाहिक जीवन भी ठीक-ठाक चल रहा था किंतु 2022 में मेरे पति राकेश बगल के ही गिरधारी लाल पटेल की बीवी महिमा पटेल के झांसे में आकर उसके संपर्क में आने लगे, जिसकी जानकारी होने पर मेरे द्वारा 22 मई 2022 को सूरत शहर में नोटरियल शादी का कागजात तैयार करवाया जिसमें बाकायदा दोनों लोगों का फोटो चस्पा है, इसके बावजूद राकेश गुप्ता अपनी आदत से बाज नहीं आया और मुझे भगाने का प्लान तैयार करने लगा। लेकिन मेरे न भागने पर 2023 में वह खुद फर्जी सुसाइड पत्र लिखकर गायब हो गया। उसे खोजने के चक्कर में मैं अपने मायके फूलपुर आई और अपने बच्चों को वहीं पर छोड़कर अपनी ससुराल बिलारी अजगरा पहुंची और वहां मेरा पति नहीं मिला। बाद में मालूम हुआ कि वह सूरत में महिमा पटेल के घर में छिपा था और मेरी ग़ैर मौजूदगी में मेरे कमरे का ताला तोड़कर सारा सामान इधर-उधर दे डाला। मैं 2023 से ही अपने मायके में दोनों बच्चों सहित रहती हूं। 4 मार्च 2025 को मेरा पति मेरे मायके आया और मुझे फिर झांसे में रखकर मेरा लाखों का आभूषण ले लिया और 5 मार्च 2025 को सूरत चला गया। तब से आज तक घर नहीं आया।
मेरे पति ने बिना मेरे मर्जी के जबरदस्ती मेरा शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न किया तथा ससुराल में सास ससुर पति व अन्य लोग मिलकर मुझे परेशान करने लगे। इस दौरान 11 जुलाई 2023 को मुझे काफी प्रताड़ित किया गया तो थाना अतरौलिया में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई और मेरे ससुर ने फोन पर धमकी दिया कि अगर यहां आई तो तुम्हें मार कर दफन कर देंगे। मेरे द्वारा 13 मई 2025 को अतरौलिया थाने पर जान माल की रक्षा एवं कानूनी कार्रवाई के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया किंतु उसमें भी कोई सुनवाई नहीं हुई। इस संदर्भ में पीड़ित महिला ने कई उच्च अधिकारियों को रजिस्ट्री के माध्यम प्रार्थना पत्र भेज कर न्याय की गुहार लगाई है परंतु अभी तक उसे न्याय नसीब नहीं हुआ। पीड़ित महिला सुमन गुप्ता ने बताया कि सभी अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दे चुकी हूं लेकिन अभी भी मुझे न्याय नहीं मिला। बार-बार मुझे ससुराल से भगा दिया जा रहा, मैं अपने छोटे-छोटे बच्चों को लेकर कहां जाऊं तथा उनका भरण पोषण कौन करेगा।
रिपोर्ट-आशीष निषाद

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