आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। रंगमंच एवं ललित कलाओं के लिए समर्पित सामाजिक, साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्था हुनर संस्थान द्वारा भारत की विलुप्त हो रही लोक कलाओं को सहेजने और संवारने का प्रयास 22 वर्षों का अनवरत साथ नाटक व लोक नृत्य के संवर्धन की कोशिश आज भी जारी है। कलाकारों के सांस्कृतिक महाकुंभ ’हुनर रंग महोत्सव’ का आयोजन 26 से 30 दिसंबर तक स्थानीय प्रतिभा निकेतन इंटर कॉलेज, अतलस पोखरा के प्रांगण में किया जा रहा है।
कार्यक्रम के संयोजक और संस्थान सचिव सुनील दत्त विश्वकर्मा ने बताया कि यह आयोजन 22 वर्षों से लगातार जारी है और पूरे देश से लगभग 2000 से ऊपर कलाकार इस साल इस आयोजन में आने वाले पांच दिनों तक अपनी लोक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। आयोजन के बीच कुल 14 नाटकों का मंचन व 200 से ऊपर नृत्यो की प्रस्तुतियां होगी। शामिल होने वाले प्रमुख नाट्य दलों में मुदगल पुरी नाटक केंद्र मुंगेर बिहार, कोशिश सोशल कल्चरल वेलफेयर सोशल सोसायटी बैतूल मध्य प्रदेश, संदेश सांस्कृतिक मंच फिरोजाबाद, अस्मिता नाट्य संस्थान मुगलसराय चंदौली उत्तर प्रदेश, द्रौपदी एक आवाज कला मंच गाजियाबाद, ड्रामाटर्जी आर्ट एंड कल्चर सोसायटी दिल्ली व जयपुर, मंचदूतम वाराणसी, ख्याल खोला पश्चिम बंगाल, पथ जमशेदपुर झारखंड, एनसीआर नलबाड़ी असम, विशेष आकर्षण नृत्य दलों का होगा जिनमे प्रमुख रूप से बीके दास कल्चरल अकैडमी पश्चिम बंगाल, निखिल उत्कल कला निकेतन कटक उड़ीसा, रॉकिंग डांस ग्रुप कैमूर बिहार, सप्तक सोशियो एंड कल्चरल ग्रुप असम, भारत कोकिंग कोल नृत्य संगीत एवं नाट्य संघ धनबाद झारखंड शामिल है। इस अवसर पर महोत्सव के स्वागत अध्यक्ष अभिषेक जायसवाल दीनू, संस्थान अध्यक्ष मनोज यादव, रमाकांत वर्मा प्रबंधक प्रतिभा निकेतन स्कूल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमंत श्रीवास्तव, उप सचिव गौरव मौर्य, उपाध्यक्ष डॉक्टर शशी भूषण शर्मा, राकेश कुमार, कमलेश सोनकर, शशि सोनकर, दीपक जायसवाल उपस्थित थे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार