आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। राजकीय श्री दुर्गा जी होम्योपैथिक मेडिकल कालेज चंडेश्वर में गुरुवार को एक विशेष साइंटिफिक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें नवीनतम वैज्ञानिक शोध, रोग उपचार की नवीन तकनीको पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों ने होमियोपैथी की उपयोगिता और उसकी विशेषता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का शुभारंभ डायरेक्टर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ होमियोपैथी डा. सुभाष सिंह ने दीप प्रज्वलन और महात्मा हैनिमैन तथा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। प्राचार्य प्रो. डा. संजय कुमार पांडेय ने विशिष्ट अतिथि डॉ सुभाष सिंह का स्वागत पुष्प गुच्छ भेंटकर किया। डा. सुभाष सिंह ने नवीनतम वैज्ञानिक शोध, तकनीकी नवाचार और भविष्य में होमियोपैथी के विकास के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि होमियोपैथी एक ऐसी चिकित्सा पद्धति है जो असाध्य रोगों को भी जड़ से समाप्त करती है। यह अन्य चिकित्सा पद्धतियों की अपेक्षा काफी सस्ती है। हमारा लक्ष्य होमियोपैथी को जन-जन तक पहुंचाना है। छात्रों और अध्यापकों ने इस ज्ञानवर्धक सत्र का भरपूर लाभ उठाया। सेमिनार में छात्रों को होमियोपैथी के क्षेत्र में करियर बनाने के बारे में भी मार्गदर्शन दिया गया।
प्राचार्य प्रो. डा.संजय कुमार पांडेय ने कहा कि यह कार्यक्रम कालेज के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हुआ है। आगे भी इस तरह के आयोजन किए जाएंगे ताकि छात्रों को नवीन तकनीकों और शोधों की जानकारी मिलती रहे। इस अवसर पर डा. आरएस यादव, डा.आरआर यादव, डा. चंद्र प्रकाश मिश्रा, डा. भक्तवत्सल, डा.. सुरेंद्र सिंह, डा. सोनी, डा. अजय कुमार पांडेय, डा. कविता, डा. स्फूर्ति, डा. प्रतिमा, डा. शैलेन्द्र, डा. रामकृपाल प्रजापति आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार