अंजानशहीद आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। जीयनपुर कस्बे में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर एक मैरिज हाल में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। राजकुमार आशीर्वाद ने मेरे दिल के हर पन्ने में हिंदुस्तान लिखा है सुनाया तो पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर जीयनपुर कस्बे के अजमतगढ़ मार्ग पर स्थित एक मैरिज हाल में रविवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कवि सम्मेलन का शुभारंभ किया गया। संचालन राजकुमार आशीर्वाद ने किया। कवि अजय कुमार पांडेय ने मैं तरसता रहा एक खुशी के लिए प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया। गौतम गोरखपुरी ने दिल लगाने को तो अब लगा लिया जितने पल साथ में थे उतने पल जिया, प्रस्तुत किया। टीके सिंह कासिफ ने अपनी कविता से सभी को हंसने पर मजबूर कर दिया। यशवर्धन मिश्रा ने जन्मदिन पर यशवर्धन खुदकुशी नहीं करनी और मम्मी की दो रोटी में ही बॉडी बन जाती थी प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। युवा कवि संदीप गांधी नेहाल ने मंजिलों में रुझान होती है और हम सब फूलों के जैसे हैं खिलना है फिर झर जाना है प्रस्तुत किया। इस अवसर पर जनार्दन पांडेय, आकाश श्रीवास्तव, जितेंद्र यादव, अशोक चौरसिया आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-फहद खान