आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। देवारा के विकास को लेकर प्रयासरत देवारा विकास सेवा समिति, प्रयास सामाजिक संगठन व बाढ़़ पीड़ित संगठन संयुक्त रूप से मंगलवार को जिला प्रशासन से मिला और देवारा क्षेत्र के सवा सौ वर्ग किलो मीटर में एक भी सरकारी या निजी उच्चतर माध्यमिक शिक्षण संस्थान नहीं होने का संज्ञान दिलाया। साथ ही अतिशीघ्र उच्चतर माध्यमिक शिक्षण संस्थाएं स्थापित कराने हेतु आवश्यक कदम उठाने की मांग की।
देवारा विकास सेवा समिति के अध्यक्ष रामकेदार यादव व रविप्रकाश यादव ने बताया कि जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर स्थित देवारा क्षेत्र आजादी के वर्षाे बाद भी अपनी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। देवारा के सवा सौ वर्ग किलो मीटर में एक भी सरकारी या निजी उच्चतर माध्यमिक शिक्षण संस्थान नहीं हैं जबकि आठवीं तक के लिए बहुत से सरकारी व निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाएं हैं। उच्चतर माध्यमिक शिक्षण संस्थाओं के न होने से यहां के युवाओं को आज भी शिक्षा के लिए अन्यत्र सुदूर क्षेत्रों में जाना पड़ रहा है।
बाढ़ पीड़ित संगठन राजीव मिश्रा ने कहा कि देवारावासी एक वर्ष में कभी आग तो कभी बाढ़ पानी जैसे दंश को झेलते आ रहे है, यहां की स्थानीय व्यवस्थाएं 21वीं सदीं के विकास के सभी दावों को कठघरे में खड़ा करती है। न तो बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, चिकित्सा, स्वास्थ्य आदि इन विषयों पर कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया। आज भी बाढ़ पीड़ित लोग विस्थापित जीवन जीने को मजबूर है। उन्होंने देवारावासियों को मुख्य धारा में लाने की अपील किया।
प्रतिनिधि मंडल में प्रयास केंद्रीय अध्यक्ष रणजीत सिंह, प्रयास सचिव इंजी. सुनील यादव, अमित यादव, संतराम निषाद आदि शामिल रहे।
रिपोर्ट-सुबास लाल