बिलरियागंज आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। हरैया ब्लॉक प्रमुख के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव मामले की सुनवाई गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में होनी थी, लेकिन प्रक्रिया एक बार फिर टल गई। जैसे ही सुनवाई शुरू हुई, विपक्ष की ओर से कुछ समय की मोहलत मांगी गई, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति एन. कोटिस्वर सिंह की खंडपीठ ने दलीलें सुनने के बाद मामले की अगली तारीख आगामी 6 नवंबर निर्धारित की।
मामले में याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता सत्यम पांडेय ने पैरवी की, जबकि विपक्ष की ओर से राहत बंसल (कैविएट), शौर्य सहायक (राज्य पक्ष), और किसालय शुक्ला (उत्तरदायी पक्ष) पेश हुए। सुनवाई टलने की खबर मिलते ही हरैया क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई। सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने दिखाई दिए। एक ओर समर्थकों का दावा है कि हमारी जीत तय है, तो दूसरी ओर विपक्ष कह रहा है, अबकी बार सत्ता परिवर्तन निश्चित है।
अब सभी की निगाहें 6 नवंबर की सुनवाई पर टिकी हैं, क्योंकि इसी फैसले पर निर्भर है कि हरैया की प्रमुख की कुर्सी किसके पास रहेगी और किसकी दावेदारी अदालत की चौखट पर अटक जाएगी। फिलहाल माहौल गर्म है और पूरा हरैया विकास खंड क्षेत्र अगली तारीख का इंतजार कर रहा है।
रिपोर्ट-तारकेश्वर मिश्र