मेंहनगर आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। स्थानीय तहसील क्षेत्र के गोपालपुर गांव में चल रही सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन कथा वाचक श्याम मुरारी जी महाराज ने श्रोताओं को भगवान श्री कृष्ण के बाल्यावस्था में गोपीयों के साथ बाल लीला का वर्णन करते हुए कहा कि कृष्ण कन्हैया को माखन बहुत प्यारा लगता था। जिसके लिए गोपियों के घर जाकर उनके छींके पर टंगी दधी को उतारते और खा जाते। इसे लेकर गोपियां मां यशोदा को उलाहना देती, तब माखन चोर तोतली भाषा में मां को बताते कि मैं तो अभी छोटा बालक हूं, छींके पर टंगी दधी भला कैसे उतार सकता हूं, तब मां यशोदा गोपियों पर नाराज़ होती हैं। उन्हें कान्हा पर झूठा आरोप लगाने के लिए डांटती हैं। इसी बीच एक गोपी के घर माखन चुराकर खाते कान्हा पकड़े गए, तब मां यशोदा ने उलाहना पर मानव कल्याण और विश्व कल्याण के लिए मानव अवतार में जन्मे कान्हा को माखन चोरी के जुर्म में कान ऐंठते हुए ऊखल से बांध दिया। श्रीकृष्ण ने विश्व को ममतामयी मां के डांट और ऊखल में बंध कर विश्व को पारिवारिक अनुशासन का पाठ पढ़ाया। इस मौके पर अरुण सिंह गुड्डू, शिवाकांत पाण्डेय, जगधारी चौहान, ललिता चौहान, त्रिपुरारी वर्मा, जगदम्बा सिंह आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-धीरज तिवारी