अतरौलिया आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। इन दिनों भीषण गर्मी और लू को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है, जिसके लिए बिजली पानी व कूलर की व्यवस्था मरीजों के लिए कर दी गई है। वहीं हीट वेव से बचाव के उपाय भी डाक्टरों द्वारा लोगों को बताया जा रहा है।
अस्पताल के सीएमएस डा.सलाउद्दीन खान ने बताया कि वर्तमान समय में पारा 43 डिग्री सेल्यिस से अधिक होने के कारण भीषण गर्मी, गर्म हवा व लू के प्रकोप से बचाव हेतु अपने खिडकी को रिफ्लक्टर जैसे एलुमिनियम पन्नी, गत्ते इत्यादि से ढककर रखें ताकि बाहर की गर्मी को अन्दर आने से रोका जा सके। उन खिडकियों व दरवाजों पर जिनसे दोपहर के समय गर्म हवाए आती है. काले परदे लगाकर रखना चाहिए। स्थानीय मौसम के पूर्वानुमान को सुनें और आगामी तापमान में होने वाले परिवर्तन के प्रति सजग रहें। आपात स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण लें। बच्चों तथा पालतू जानतरों को कभी भी बन्द वाहन में अकेला न छोड़े। जहां तक सम्भव हो घर में ही रहें तथा सूर्य के ताप से बचें। घर में पेय पदार्थ जैसे लस्सी, छाछ मट्टा बेल का शर्बत, नमक चीनी का घोल, नीबू पानी या आम का पना इत्यादि का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र पर हीट वेव के मरीज तो नहीं आ रहे लेकिन ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए कूलर पंखे की व्यवस्था के साथ ही पीने के लिए ताजा पानी रखा गया है। अस्पताल के बाहर मिट्टी के घड़े में पानी रखा गया है जिससे मरीजों व उनके परिजनों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो। मरीजों को ओआरएस के घोल भी दिए जा रहे हैं और सावधानी बरतने की सलाह भी दी जा रही है।
रिपोर्ट-आशीष निषाद