पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। हाजीपुर से गोला बनने वाला पुल अधर में लटका दिखायी दे रहा है। कार्यदाई संस्था द्वारा सामान और मशीन वापस ले जाया जा रहा है।
सगड़ी विधानसभा के उत्तर दिशा में बहने वाली घाघरा नदी पर हाजीपुर से गोला के लिए पुल निर्माण को लेकर 2012-13 में ग्रामीणों द्वारा कड़ी मशक्कत की गई। इसमें क्षेत्रीय नेताओं द्वारा भी बड़ा जोर जुगाड़ लगाया गया जिसके बाद सपा शासन में पुल बनने की मंजूरी मिल गई। पुल निर्माण के लिए कार्यदाई संस्था द्वारा सर्वे भी कर लिया गया। बाद में भाजपा शासन आने के बाद दो से तीन कार्यदाई संस्थाओं को कार्य सौंपा गया और पैसा भी कुछ अवमुक्त किया गया। कार्यदाई संस्था द्वारा पुल निर्माण का कार्य लगभग 25 से 30 परसेंट तक किया गया लेकिन अब पुल का निर्माण पैसे के अभाव में काफी दिनों से बंद पड़ा है। कार्यदाई संस्थाएं अपना-अपना सामान मशीन समेट कर वापस जा रही हैं। जिसको देखकर वहां के ग्रामीणों ने उनको रोका उसे वार्ता की तो उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा हमें धन अवमुक्त नहीं किया जा रहा है। संस्था अपना कितना पैसा लगाएगी। हमारे कर्मचारी मजदूर भूखे मर रहे हैं लिहाजा हम अपना सामान मशीन और मजदूर अपने दूसरे काम में लेकर जाएंगे। इसे लेकर वहां के ग्रामीणों में काफी आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों तथा प्रधान प्रतिनिधि राम सिंगार यादव का कहना है कि हम किसी भी कीमत में यहां से सामान नहीं ले जाने देंगे। यह पुल बन जाने से गोरखपुर का रास्ता हम लोगों के लिए बहुत आसान हो जाएगा। कम से कम 35 किलोमीटर दूरी कम हो जाएगी। इसके लिए हम लोग अपनी जगह जमीन भी देने के लिए तैयार हैं। अब देखना यह है कि इसमें शासन प्रशासन क्या करता है।
रिपोर्ट-बबलू राय