आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। आजमगढ़ महोत्सव के आखिरी दिन का पहला सत्र श्री अन्न के नाम रहा। अतिथियों ने व्यंजनों का स्वाद चखा, तो प्रतिभागियों को पुरस्कार मिला। हरिऔध कला केन्द्र के प्रथम तल पर हॉल में श्रीअन्न (मिलेट्स) व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, आकांक्षा समिति, रुचि अग्रवाल एवं विभा गोयल के संयुक्त तत्वाधान में किया गया, तो प्रांगण में कृषि विभाग व खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में कई होटलों की ओर से व्यंजनों का प्रदर्शन किया गया।
प्रतियोगिता में 20 प्रतिभागियों ने सहभागिता की। प्रथम पुरस्कार ऋतिका को प्राप्त हुआ, जिन्होंने श्रीअन्न के उपयोग से ज्वार का ढोकला व मंचूरियन तैयार किया था। पुरस्कार में 2500 नकद, ट्राफी तथा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। रागी पापड़ी चाट तैयार करने वाली रीना अग्रवाल को निर्णायक मण्डल ने द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया, जिसमें रूपये 1500 नकद एक ट्राफी तथा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। ज्वार से निर्मित बेकरी का निर्माण करने वाली पूनम गौड़ को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया, जिसमें 1100 नकद, एक ट्राफी तथा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। सान्त्वना पुरस्कार क्रमशः रागी व कोदो का चाट, बाजरा व महुआ का ठोकवा, बाजरे की इडली बनाने वाली सौम्या श्रीवास्तव, नयनतारा तथा दिनेश कनौजिया को प्रदान किया गया। शेष सभी प्रतिभागियों को प्रतिभाग प्रमाण पत्र दिया गया। शुभारम्भ आकांक्षा समिति की संध्या गुप्ता, नुपूर, माधुरी सिंह, इन्द्रादेवी जायसवाल व मुख्य कोषाधिकारी अनुराग श्रीवास्तव ने फीता काटकर व दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
निर्णायक मंडल में संध्या गुप्ता, माधुरी सिंह एवं देवाशीष रॉय शामिल थे। प्रारम्भ में कीर्ति आनन्द, खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने मंच का संचालन करते हुए सभी प्रतिभागियों को प्रतियोगिता की नियम व शर्ते बताईं। निर्णायक मंडल के समस्त सदस्य तथा श्रवण कुमार मिश्र, सहायक आयुक्त मंडल, सुशील कुमार मिश्र, सहायक आयुक्त (खाद्य) ने प्रत्येक प्रतिभागी के पास जाकर प्रतिभागियों से व्यंजन के विषय में जानकारी प्राप्त की।
रिपोर्ट-सुबास लाल