महराजगंज-देऊरपुर मार्ग के गड्ढों में डूब रहा सरकार का दावा

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आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। ’मैने सोचा था मेरे सूने आंगन में चांद उतर आएगा, चांद की रोशनी में सारा घर जगमाएगा, चांद उतरा जरूर मगर रोशनी ना थी’ मुझे क्या मालूम कि चांद में ग्रहण लग जाएगा’। आज कुछ इसी तरह की स्थिति से गुंजर रहे ग्रामीण क्षेत्र के लोग। उदाहरण के तौर पर लगभग नौ किलोमीटर लंबे महराजगंज-देऊरपुर मार्ग को लिया जा सकता है, जिस पर सरकार के गड्ढामुक्त सड़क का दावा दम तोड़ता नजर आ रहा है। इस मार्ग से लगभग 20 ग्राम पंचायतों के लोगों का आवागमन होता है। बारिश के दौरान गड्ढों में पानी भरने से लोग आएदिन गिरकर घायल होते रहते हैं। खास बात यह कि जिम्मेदारों ने कभी इधर का रुख नहीं किया और किया भी तो लग्जरी गाड़ियों में उन्हें गड्ढों का अहसास नहीं हो सका।
यह मार्ग जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो गया है। राहगीर, साइकिल व बाइक सवार अक्सर गिरकर घायल होते रहते हैं। पैदल चलना भी दुश्वार है। बारिश के समय पानी भरने के कारण गड्ढे नहीं दिखते और साइकिल व बाइक सवार अक्सर गिरकर घायल हो जाते हैं।
लगभग 20 ग्राम पंचायत के लोगों के अलावा बूढ़नपुर, महराजगंज व जीयनपुर क्षेत्र के लोगों का भी इस मार्ग से आना-जाना रहता है, वहीं सड़क पर हर रोज छात्र-छात्राएं स्कूल पढ़ने साइकिल से आवागमन करती हैं। परेशानी उस वक्त ज्यादा होती है ज़ब क्षेत्र के लोगों के घर में कोई बीमार हो जाता है। इलाज के लिए ले जाने में समस्या होती है। जो लोग रात में बाइक और साइकिल से जाते हैं तो गड्ढे दिखाई न देने के कारण गिरकर घायल हो जाते हैं। ऐसा लगता है कि इस मार्ग की सुधि लेने वाला कोई नहीं है। अगर कोई है भी तो उसे नजर नहीं आ रहा है।
रिपोर्ट-सुबास लाल

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