आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। एससी एसटी बेसिक टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन जिला इकाई द्वारा शिक्षक उन्नयन संगोष्ठी एवं जिला अधिवेशन का आयोजन नेहरू हाल, में किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिधि दिनेश कुमार विद्रोही व विशिष्ट अतिथि आरपी राम रहे। संगोष्ठी में एससी एसटी के विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की गयी।
संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष दिनेश कुमार विद्रोही ने कहा कि एससी एसटी शिक्षकों की समस्याओं को लेकर तथा इस समाज के शिक्षकों का बड़े स्तर पर उत्तर प्रदेश में पड़े हुए बैकलाक व पूरे देश में अनुसूचित जाति व जनजाति के शिक्षक कर्मचारी व अधिकारियों का नेतृत्व कम होने के कारण एवं पदोन्नति में आरक्षण जैसे गम्भीर विषय को लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा की गयी। उन्होने कहा कि देश की शिक्षा नीति में भगवान बुद्ध का जो सिद्धान्त था उसे सम्पूर्ण विश्व में माना गया और उस शिक्षा के सिद्धान्त पर एक समय भारत ने शिक्षा के क्षेत्र में सम्पूर्ण विश्व में शिक्षा के माध्यम से नेतृत्व किया। उन्होने कहा कि आज के अधिवेशन में हम सबका प्रयास होगा कि हम देश की सरकार को प्रदेश की सरकार को अवगत कराने में सफल हो जाय कि देश की नई शिक्षा नीति में भगवान बुद्ध की शिक्षा को जरुर समायोजित किया जाय। क्योकि भगवान बुद्ध की शिक्षा के कार्यकाल में उनके सिद्धान्त पर भारत के अन्दर जो शिक्षा चालू थी उसके अनुसर विश्व विद्यालय बने हुए थे उस समय भारत सम्पूर्ण विश्व में शिक्षा के क्षेत्र में विश्वगुरु के नाम से जाना जाता था। उन्होने कहा कि देश में अनुसूचित जाति जनजाति की जो समस्याएं हैं यह समाज प्रतिशत के हिसाब से शिक्षा व आर्थिक क्षेत्र में काफी कमजोर है उन्होने सरकार से मांग किया कि शिक्षा व आर्थिक पालिसी के माध्यम से अनुसूचित जाति व जनजाति को सबल बनाने का कार्य करें। इस मौके पर
चन्द्रशेखर, राम यश योगी, देश राव, संजय कुमार, अशोक कुमार, अवशेष कन्नौजिया, संजीव कुमार, राजेश कुमार भारती, विमल आजाद भारती, रमेश राम, लच्छन, शंकरराम, विनोद, विन्दु गौतम, संरक्षक श्रेया, कंचन, प्रभा, कैलास कुमार राकेश कुमार, एंव राजेश कुमार लोग उपस्थिति रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार