आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। किसानों का कर्जा और बिजली बिल माफी सहित दस सूत्री मांगों को लेकर अखिल भारतीय किसान सभा के आह्वान पर सोमवार को उत्तर प्रदेश किसान सभा की आजमगढ़ इकाई ने कलेक्ट्रेट परिसर में जमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग के नेतृत्व में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला-प्रशासन को सौंपा गया। इस दौरान कुंवर सिंह उद्यान से लेकर कलेक्ट्रेट के आस-पास जमकर नारेबाजी भी की गई।
प्रदेश अध्यक्ष इम्तेयाज बेग ने कहा कि केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण लगातार किसानों को दोहरी मार पड़ रही है जबकि किसानों के कल्याण के नाम पर सरकार सत्ता में आई और सत्ता में आते ही किसान हित को भूल पूंजीपूतियों को लाभ पहुंचाने लगी। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने कॉर्पाेरेट कंपनियों के 16 लाख करोड़ रुपये के कर्ज माफ़ करने के लिए कानून बनाया लेकिन कर्जग्रस्त किसानों के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं किया गया। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
किसान सभा के मंत्री गुलाब मौर्य व सहमंत्री जीयालाल ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग के अनुसार फसलों का आधारभूत मूल्य निर्धारित नहीं किया जाता। एमएसपी की कानूनी गारंटी नहीं दी गई, किसान हित में तत्काल दी जाए, बार-बार विदेशी कृषि उत्पादों का आयात करके हमारी फसलों के दाम जानबूझकर गिराए गए है, कृषि आदानों (जैसे उर्वरक बीज) पर अत्यधिक कर लगाकर उत्पादन लागत बढ़ाई गई है। सभी किसानों के कर्ज पूर्ण रूप से माफ किया जाय। स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले के अनुसार एमएसपी को कानूनी गारंटी दी जाए।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष त्रिलोकी नाथ, खरपत्तू राजभर, रामनेत यादव, दुर्बली, मखडू राजभर, वसीर मास्टर, राजेंद्र राम, अरविन्द कुमार यादव, रमेश प्रधान, जानकी नाथ, रामअवध यादव आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट-प्रमोद यादव/ज्ञानेन्द्र कुमार