पटवध आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। कहा जाता है कि शिक्षा के बिना कोई भी मुकाम हासिल नहीं किया जा सकता। शिक्षा केवल सरकारी नौकरी ही नहीं, बल्कि जीवन के हर क्षेत्र में काम आता है, लेकिन सबकी अलग-अलग होती है सोच। …मगर जनाब शिक्षा क्षेत्र बिलरियागंज के मल्लूपुर गांव के शुक्ला परिवार की सोच सबसे जुदा दिखती है। मां सरस्वती की कृपा से परिवार के सभी सदस्य अच्छे मुकाम पर पहुंचने के बाद सामाजिक और शैक्षिक विकास को आतुर दिखते हैं। अभी हाल में कंपोजिट विद्यालय के बच्चों के लिए 70 सेट डेस्क व ब्रेंच का उपहार दिया, तो वहीं गांव के हर जरूरतमंद की सेवा को भी तत्पर रहते हैं। यह परिवार है स्व. बृजभूषण शुक्ला का, जिनके एक पुत्र मुसाफिर शुक्ला बीडीओ पद से सेवानिवृत्ति हैं। इनके पास चार पुत्र हैं, जिसमें प्रमोद कुमार शुक्ला भोपाल में आईएएस अफसर हैं, तो इंद्रदेव शुक्ला गोवा के डीजीपी हैं। तीसरे पुत्र सियाराम शुक्ला प्रवक्ता और चौथे भाई राकेश शुक्ला सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता हैं। शुक्ला का पूरा परिवार गांव-समाज की भी हर संभव मदद करता। खंड शिक्षा अधिकारी रत्न शंकर पांडेय ने बताया कि कंपोजिट विद्यालय के बच्चों को बैठने के लिए 70 सेट डेस्क- ब्रेंच उपहार स्वरूप दिया गया। हर महीने प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों के मनोबल को बढ़ाने का काम करते हुए उपहार स्वरूप पैसे भी दिए जाते हैं। रत्न शंकर पांडेय कहते हैं कि काश यही भावना सबकी होती तो आज कोई भी व्यक्ति अपने बच्चों को कान्वेंट स्कूल में नहीं भेजता।
रिपोर्ट-बबलू राय