मौजूदा समय में उन्हें 38 फीसदी के हिसाब से मिलता है ‘डीए’ और ‘डीआर’
नई दिल्ली (सृष्टि मीडिया)। केंद्रीय कर्मियों के महंगाई भत्ते (डीए) और पेंशनरों की महंगाई राहत (डीआर) में चार फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौजूदा समय में उन्हें 38 फीसदी के हिसाब से डीए/ डीआर मिलता है। सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा पिछले दिनों जारी घरेलू उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़ों में मुद्रास्फीति की दर बढ़ी हुई है। जनवरी 2023 (अंतिम) में महंगाई दर, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) ‘सामान्य’ ग्रामीण क्षेत्र में 6.85 प्रतिशत और शहरी क्षेत्र में छह फीसदी रही है। दोनों को मिलाकर यह दर 6.52 फीसदी रही है। ऐसे में कर्मियों के महंगाई भत्ते में कम से कम चार फीसदी की वृद्धि हो सकती है। यदि किसी कर्मचारी का वेतन 18 हजार रुपये है और डीए में चार फीसदी की वृद्धि होती है तो 42 फीसदी महंगाई भत्ते के हिसाब से उसके वेतन में लगभग 720 रुपये बढ़ जाएंगे।
दीवाली से पहले सरकारी कर्मियों को मिली थी सौगात
केंद्र सरकार के कर्मियों और पेंशनरों को गत वर्ष दीवाली से पहले महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत का तोहफा मिला था। उस वक्त लगभग 48 लाख केंद्रीय कर्मियों की जेब में चार फीसदी डीए आया था। महंगाई राहत में भी इतनी ही वृद्धि हुई थी। इसका फायदा 64 लाख पेंशनरों को पहुंचा था। उक्त भत्ता पहली जुलाई 2022 से प्रदान किया गया था। केंद्रीय कर्मचारी संगठन के एक वरिष्ठ पदाधिकारी बताते हैं, सरकार को बढ़ी हुई महंगाई दर के हिसाब से उनके डीए में चार फीसदी की बढ़ोतरी करनी चाहिए। केंद्रीय कर्मियों को कोरोनाकाल के डीए/ डीआर का 18 माह का बकाया एरियर अभी तक नहीं मिला है। केंद्र सरकार इस पर मौन है। पहले महंगाई भत्ता एवं महंगाई राहत में हर वर्ष पहली जनवरी और पहली जुलाई से बढ़ोतरी होती रही है। पिछले कुछ वर्षों से इस ट्रेंड में बदलाव देखा गया है। अब भत्ते जारी होने की तिथि आगे बढ़ती जा रही है। गत वर्ष जुलाई से डीए में जो बढ़ोतरी होनी थी, वह सितंबर के अंत में हुई थी। दीवाली से पहले सरकारी कर्मियों को डीए/ डीआर की सौगात प्रदान की गई।