आजमगढ़ (सृष्टिमीडिया)। मंदिरों में देवी की पूजा के साथ कई स्थानों पर देवी स्वरूपा कन्या की पूजा की गई। परंपरा के अनुसार साथ में कहीं भैरव तो कहीं हनुमान जी के रूप में एक बालक को भी आमंत्रित किया गया। आमंत्रित बच्चों के पहुंचने पर सर्व प्रथम उनको तिलक लगाकर, माल्यार्पण कर चुनरी ओढ़ाया गया। उसके बाद कतार में बैठाकर कहीं भोजन तो कहीं फलाहार कराया गया।
गौरीशंकर घाट पर सुदीक्षा नई राह फाउंडेशन ने कन्या पूजन का आयोजन किया। खास बात यह कि यहां संस्था की ओर से पिछले पांच वर्षों से वंचित समाज के बच्चों के लिए मुफ्त क्लास चलाई जाती है और उन्हीं बच्चों के साथ त्योहार भी मनाया जाता है। इस अवसर पर संस्था के हर्ष, शेषन, स्मिता, श्वेता उपस्थित रहीं।
माहुल प्रतिनिधि के अनुसार नगर निवासी सुजीत जायसवाल आंसू ने अपने आवास पर विधि-विधान से कन्याओं को बुलाकर चुनरी ओढ़ाकर पूजन के बाद मिष्ठान और भोजन कराकर दक्षिणा देकर विदा किया। पूजा अर्चन किया। इसी तरह मियापुर गांव में संतोष सिंह बबलू, गुमकोठी में डा. अरविंद पांडेय आदि ने भी देवी स्वरूपा कन्याओं का पूजन कर उन्हें भोजन और उपहार दिया।
रिपोर्ट-सुबास लाल