लड़कों के हॉस्टल में सिंगल, मिक्स एंड डबल बैडमिंटन और वाॅलीबॉल टूर्नामेंट का आयोजन
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इन दिनों जहां लगातार छेड़खानी और अभद्रता के मामले सामने आ रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर कैंपस के एक ब्वायज हॉस्टल के अंदर गर्ल्स गेम खेलती नजर आ रहीं हैं। लड़कियां लड़कों के हॉस्टल में घुसकर उन्हें चैलेंज कर रहीं हैं। BHU के इतिहास में पहली बार रात के समय लड़कों के हॉस्टल में सिंगल, मिक्स एंड डबल बैडमिंटन और वाॅलीबॉल टूर्नामेंट आयोजित हो रहे हैं। ये मैच PhD छात्रों के सरदार वल्लभ भाई पटेल हॉस्टल में हो रहे हैं। यहां पर पीजी से लेकर PhD तक की छात्राएं बैडमिंटन खेल रहीं हैं। उनके रिफ्रेशमेंट का जिम्मा भी हॉस्टल के छात्र और स्टाफ का ही है।
एक नया मैसेज देने के लिए इस तरह का किया जा रहा आयोजन
पटेल हॉस्टल के एडमिन वार्डेन और पत्रकारिता विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. धीरेंद्र राय का कहना है कि BHU में एक नया मैसेज देने के लिए इस तरह के स्थान पर टूर्नामेंट को आयोजित कराया जा रहा है। कैंपस में ऐसा पहली बार हो रहा है। विश्वविद्यालय में एक ऐसा माहौल होना चाहिए, जहां पर लड़कियां और लड़के एक साथ खेल सके। डॉ. राय ने कहा कि जीवन में अनुशासन है तो कुछ भी असंभव नहीं है। हर व्यक्ति को अपनी अपनी हदें पता होनी चाहिए। मैच शुरू होने से पहले अनुशासन और कर्तव्य बोध के बारे में बता दिया गया था। कोई किसी की सीमा का अतिक्रमण न करेगा। खेल के साथ ही डिबेट, निबंध, एकल भाषण आदि प्रतियोगिताएं भी हॉस्टल में ही कराईं गईं थीं। छात्रों का नजरिया बदले और वे थोड़ा हटकर सोचें। इसलिए, ऐसा माहौल तैयार किया जा रहा।